नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने आज उन न्यूज रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिनमें दावा किया गया था कि भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) एकाउंट वाला कोई भी व्यक्ति अलग-अलग निकनेम वाले अन्य लोगों के लिए ई-टिकट बुक नहीं कर सकता है। IRCTC ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करके कहा कि ये सभी दावे "झूठे और भ्रामक" थे।
IRCTC ने कहा कि यात्रियों के अलग-अलग निकनेम होने के कारण ई-टिकट बुक करने पर प्रतिबंध की अफवाहें "झूठी और भ्रामक" हैं। इसमें आगे स्पष्ट किया गया है कि  यूजर्स दोस्तों, परिवार और रिश्तेदारों के लिए पर्सनल यूजर आईडी पर टिकट बुक कर सकते हैं।

IRCTC ने इन खबरों को बताया झूठा और भ्रामक
पोस्ट में लिखा है कि अलग-अलग निकनेम के कारण ई-टिकटों की बुकिंग पर बैन के बारे में सोशल मीडिया पर चल रही न्यूज झूठी और भ्रामक हैं। संबंधित लोगों को ऐसी झूठी खबरें फैलाने से रोका जाना चाहिए। यह स्पष्ट किया गया है कि IRCTC साइट से टिकटें बेची जा रही हैं। रेलवे बोर्ड की गाईडलाइन के अनुसार बुक किया गया।"

IRCTC ने बताया कौन कितने टिकट कर सकता है बुक

  • 1. कोई भी अपने दोस्तों, परिवार और रिश्तेदारों के लिए पर्सनल यूजर आईडी पर टिकट बुक कर सकता है।
  • 2. पर मंथ मैक्सिमम 12 टिकट बुक किए जा सकते हैं, जो आधार-सर्टिफाईड यूजर्स के मामले में परमंथ 24 टिकटों तक जा सकती है, यदि टिकट पर यात्रियों में से एक का भी आधार सर्टिफाईड है।
  • 3. पर्सनल यूजर आईडी पर बुक किए गए टिकट बिजिनेस सेल के लिए नहीं हैं और ऐसा कृत्य रेलवे अधिनियम 1989 की धारा 143 के तहत अपराध है।

ट्रेन के टिकट होंगे सस्ते?
इस बीच रेल यात्रियों के लिए कुछ गुड न्यूज में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय रेलवे द्वारा आम जनता को प्रदान की जाने वाली सर्विसेज और इंट्रा-रेलवे ट्रांजेक्शन के लिए छूट की घोषणा की है। इनमें प्लेटफ़ॉर्म टिकट, रिटायरिंग रूम, क्लोकरूम सर्विसेज और अन्य के लिए छूट शामिल है, जिसका उद्देश्य यात्रियों पर लागत का बार्डेन कम करना है।

GST से  यहां दी गई छूट 
फाईनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने कहा है कि  रेलवे टिकटों की खरीद, वेटिंग रूम और क्लॉक रूम फीस के पेमेंट को GST से छूट दी गई है। इसी तरह बैटरी ऑपरेटेड वाहनों और इंट्रा-रेलवे सर्विसेज जैसी सर्विसेज पर कोई GST नहीं लगाया जाएगा। 

इस कैटेगरी के रेलवे टिकट हो सकते हैं सस्ते
इस छूट से भारतीय रेलवे पर फाईनेंसियल वर्डन कम होने की उम्मीद है, जिससे वह इंफ्रास्ट्रक्चर और सर्विसेज में सुधार के लिए अधिक रिसोर्सेज एलोकेटेड करने में सक्षम हो सकेगी। इससे यात्रियों के लिए टिकट की कीमतें कम हो सकती हैं, खासकर फर्स्ट कैटेगरी और AC कोचों के लिए। मौजूदा GST प्रोविजन के अनुसार, भारतीय रेलवे द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति फॉरवर्ड चार्ज मैकेनिज्म के तहत कर योग्य है।

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