Premanand Maharaj Vrindavan वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज के पास अक्सर लोग अपनी परेशानी लेकर जाते हैं और महाराज श्री बहुत ही आसान शब्दों में उन्हें इसका हल भी बताते हैं। यही कारण है कि प्रतिदिन उनके पास हजारों भक्त आते हैं।
Premanand Maharaj Vrindavan life management: वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज के पास रोज हजारों लोग अपनी समस्या लेकर जाते हैं। इन समस्याओं का हल महाराज श्री बहुत ही आसान शब्दों में उन्हें बताते हैं। कुछ लोगों के प्रश्न बहुत ही रोचक होते हैं तो कुछ के प्रश्न अपने दैनिक जीवन से जुड़े होते हैं। इन दिनों प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति उनसे प्रेम के संबंध में एक प्रश्न पूछ रहा है। जानें क्या है उस वीडियो में…
भक्त ने पूछा प्रेम के बारे में सवाल
वायरल वीडियो में एक व्यक्ति प्रेमानंद महाराज से कह रहा है कि ‘गुरुजी, मुझे किसी से प्रेम हो गया था, लेकिन कुछ दिनों बाद उसकी पसंद बदल गई और उसने मुझसे संबंध तोड़ दिया, अब मैं क्या करूं?’
क्या कहा प्रेमानंद महाराज ने?
भक्त की बात सुनकर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘जिसे तुम प्रेम कह रहे है, वो काम वासना और एक-दूसरे के शरीर के प्रति आकर्षण है, इससे ज्यादा कुछ और नहीं। प्रेम विशुद्ध होता है, इसमें कोई मिलावट नहीं होती। प्रेम का अर्थ हर कोई नहीं समझ सकता, इसलिए आप अपने शरीर के आकर्षण को प्रेम न कहें। इससे प्रेम शब्द का अपमान होता है।’
क्या है प्रेम का सही अर्थ?
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘प्रेम का अर्थ अलौकिक है। प्रेम में एक-दूसरे के प्रति समर्पण की भावना होती है। प्रेम में लोग जान की बाजी लगा देते हैं। ऐसे बीच में एक-दूसरे को छोड़कर नहीं भागते।
युवा कर रहे प्रेम के नाम पर व्याभिचार
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘आजकल के युवा प्रेम के नाम पर सिर्फ व्याभिचार कर रहे हैं। जो समय शरीर को पुष्ठ करने का, धर्म अध्ययन करने और माता-पिता की सेवा करने का है, वो समय युवा व्याभिचार में बिता रहे हैं, इससे इनका भविष्य नष्ट होना निश्चित है। युवाओं को इस तरह की कामों से दूर रहना चाहिए।
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