Navratri Maa Brahmacharini Tample Kashi: चैत्र नवरात्रि 2024 का पर्व शुरू हो चुका है। 9-17 अप्रैल तक दुर्गा मंदिरों में भक्तों की भाड़ी भीड़ देखने को मिलेगी। दुखों को हरने वाली,पापियों का नाश करने वाली मां भवानी के 9 रूपों की नवरात्रि में पूजा की जाती हैं जिनके मंदिर भारत के कई राज्यों में स्थित है। पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा होती है तो दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की। आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां के दर्शन मात्र से हर दुख से मुक्ति मिल जाती है और माता के दरबार में मांगी मनोकामना पूर्ण होती है।

काशी स्थित माता ब्रह्मचारिणी का मंदिर

दरअसल, माता  शैलपुत्री के अलावा मा दुर्गा के दूसरे अवतार ब्रह्मचारिणी का मंदिर भी काशी यानी वाराणसी में स्थित है। नवरात्रि के दूसरे दिन यहां भक्तों का तांता लगता है। मान्यताओं के अनुसार,देवी ब्रह्मचारिणी ने हिमालय राज और मैना की पुत्री के रूप में जन्म लिया था। उन्होंने महादेव के लिए कई सालों तक कठोर तप किया। इस दौरान उनका शरीर क्षीण हो गया था और जहां-जहां उनके फूल गिरे वहीं पर देवी का निवास हो गया। इन्हीं में से एक काशी भी है। यह मंदिर वाराणसी में गंगा किनारे स्थित बाला जी नामक घाट पर स्थित पर है। नवरात्रि पर रात से ही माता के दर्शन करने के लिए भक्तों की लाइनें लग जाती हैं। माना जाता है जो भक्त नवरात्र के पावन अवसर पर मां के दरबार पर सच्चे मन से अराधना करता है उसकी हर मुराद पूरी होती है। 

कैसे पहुंचे माता ब्रह्मचारिणी मंदिर

अगर नवरात्रि पर आप भी माता ब्रह्मचारिणी मंदिर के दर्शन करना चाहते है तो सीधे भारत के किसी भी कोने से वाराणसी पहुंच सकते हैं। आप दिल्ली,कोलकाता, चेन्नई से काशी की ट्रेन पकड़ सकते हैं। यहां से सीधे ऑटो और कैब की सुविधा उपलब्ध रहती है जो मंदिर पहुंचा देगी। वहीं फ्लाइट से आना चाहते हैं तो वाराणसी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सीधा आप कैब करके मंदिर आ सकते हैं। 

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