नई दिल्ली। यूएस के मिसौरी के ओरान स्कॉट काउंटी (Oran, Missouri) में एक सरप्राइज कर देने वाला केस सामने आया है। 9 साल की एडलिन मैकडॉवले ने कपड़े बदलते समय अपनी मां से दाहिने बाजू में चुभन की शिकायत की। नाइटगाउन उतारते समय बांह पर उसे यह चुभन महसूस हो रही थी। लड़की को लगा कि नाइटगाउन में लगा टैग उसे चुभ रहा है। इसलिए उसने मां से नाइटगाउन दान करने की इच्छा व्य​क्त की। 

स्कूल में बिगड़ गई हालत

एडलिन मैकडॉवले की मां जेसिका कैल्विनो ने उसे स्कूल ड्राप किया। पर दोपहर के समय लड़की के बांह में भयानक दर्द शुरु हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लड़की के बांह पर इंफेक्शन ने इतना भयानक रूप अख्तियार कर लिया कि कैल्विनों को लग रहा था कि जैसे उनकी लड़की के बांह पर बिजली गिरी हो। उसे बुखार के साथ ठंड लगनी शुरु हो गई। त्वचा पील और चिपचिपी हो गई। होंठ बैंगनी हो गए। वह कांप रही थी। 

समस्या पहचान नहीं सके डॉक्टर, कहा-चुटकी काटने जैसा

जेसिका कैल्विनों तुंरत अपनी बेटी को इलाज के लिए ले गईं। पर डॉक्टर समस्या की पहचान नहीं कर सकें। लड़की को दर्द से राहत दिलाने के लिए कुछ एंटीबायोटिक्स की पकड़ा दी गईं। डॉक्टर्स ने भी मां की बातों को खारिज करते हुए कहा कि यह किसी जीव के काटने का मामला नहीं है, बल्कि सिर्फ एक चुटकी काटने जैसा है। 

दूसरे अस्पताल से भी बच्ची को नहीं मिली राहत

डॉक्टर के तर्क से जेसिका कैल्विनों संतुष्ट नहीं हुईं तो बेटी को लेकर दूसरे अस्पताल गईं। डॉक्‍टर से सलाह लेने के बाद वापस घर लौटीं। उस समय वह डरी हुई थीं। उन्हें और उनकी बेटी को ऐसा लग रहा था कि जैसे किसी को उनकी परवाह ही नहीं है। इस घटना से उनका दिल टूट गया। कुछ ही घंटो में लड़की की दिक्कतें बढ़ने लगीं। अगली सुबह 5 बजे उसकी हालत ज्यादा गंभीर हो गई। पूरी रात दर्द की दवा लेने के बाद भी बच्ची सो नहीं सकी थी।

पता चला कि बच्ची को भूरे रंग की मकड़ी ने काटा

जेसिका कैल्विनों फिर अपनी बेटी को लेकर अस्पताल गईं और एक घंटे अंदर यह पता चला कि उनकी बेटी को एक भूरे रंग के रेक्लूस (मकड़ी) ने काट लिया था। उन्होंने अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। यह ऐसी स्थिति है, जिसका सामना एक प्रतिशत से भी कम लोगों को करना पड़ता है। 

6 दिन अस्पताल में भर्ती रही 9 साल की एडलिन, चढ़ाना पड़ा खून

बहरहाल, 9 वर्षीय एडलिन 6 दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती रहीं। बच्ची की हालत इतनी खराब थी कि उसे खून चढ़ाना पड़ा। उसके बांह की सूजन शरीर में भी फैल गई थी। डॉक्टर आशंका जता रहे थे कि अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद बच्ची कि किडनी काम करना बंद कर सकती है। पर इलाज के दौरान बच्ची ने अपना उत्साह बनाए रखा। होपलेस नहीं हुई।

लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया पर किया साझा

जेसिका कैल्विलो ने लोगों में जागरूकता फैलाने और अन्य पैरेंट्स को इस समस्या से आगाह करने के लिए अपनी 76 दिनों की तकलीफ को सोशल मीडिया पर साझा किया है। ताकि अन्य लोग इस समस्या का समय रहते समाधान करा सकें। हालांकि अब एडलिन की बांह पर एक बड़ा निशान है और वह पूरी तरह से ठीक हो गई है। 

ये भी पढें-कौन थे हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन? खेती की बदल दी तस्वीर, जानिए उनसे जुड़ी 10 बड़ी बातें...