नई दिल्ली। देश में कोरोना (Corona Virus) के मामलों की संख्या प्रतिदिन 1.90 लाख से ऊपर पहुंच चुकी है। इस बीच बुजुर्गों और हेल्थ वर्कर्स के लिए वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज (Precaution dose) भी शुरू हो गई है। बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने 15 से 17 उम्र वालों का भी वैक्सीनेशन Vaccination) शुरू करा दिया है। इस बीच भारत बायोटेक ने एक अच्छी खबर दी है। उसका दावा है कि तीसरी डोज में इस्तेमाल की जा रही कोवैक्सीन करोना के दोनों वेरिएंट ओमीक्रोन और डेल्टा को बेअसर करने में सक्षम है। शनिवार को भी कंपनी ने कहा था कि कोवैक्सीन की बूस्टर डोज के ट्रायल में किसी भी तरह का साइड इफेक्ट सामने नहीं आया है और यह वायरस के सभी वेरिएंट्स के खिलाफ लंबे समय तक सुरक्षा देती है।

5 गुना तक बढ़ी एंटीबॉडी
भारत बायोटेक के मुताबिक ट्रायल के दौरान बूस्टर डोज लेने के बाद लोगों में एंटीबॉडी दो डोज लेने के मुकाबले 5 गुना बढ़ गई। कंपनी के मुताबिक तीसरी डोज (Precaution dose)लेने के बाद लोगों में CD4 और CD8 कोशिकाओं में बढ़ोतरी देखी गई। यह कोशिकाएं कोरोना वायरस के खिलाफ लंबे समय तक सुरक्षा उपलब्ध कराती हैं। कंपनी का दावा है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के ट्रायल के दौरान साइट इफेक्ट भी बहुत कम ही सामने आए हैं। ऐसे में यह बूस्टर डोज के रूप में वरदान साबित होगी।  

देश में 10 जनवरी से शुरू हुई तीसरी डोज 
देश में 10 जनवरी 2022 से हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोविड-19 वैक्सीन की एक एहतियाती डोज (Precaution dose) दी जा रही है। प्रिकॉशन डोज में सिर्फ कोवैक्सीन का ही इस्तेमाल हो रहा है। यह दूसरी डोज के 9 महीने बाद दी जा रही है।

26 लाख लोगों को लग चुकी प्रिकॉशन डोज 
देश में तीन जनवरी से 15 से 17 उम्र के किशोरों को वैक्सीन लगनी शुरू हुई है। इन्हें भी कोवैक्सीन लगाने की ही अनुमति मिली है। बुधवार 12 जनवरी 2022 की शाम 6 बजे तक इस उम्र के 2.96 करोड़ किशाेरों को वैक्सीन लग चुकी है। देश में कुल 1,54,53,85,827 लोगों का टीकाकरण हो चुका है। इनमें से  64,36,00,997 लोग पूरी तरह से वैक्सीनेटेड हैं। 26,07,374 लोगों को प्रिकॉशन डोज भी लग चुकी है।