नई दिल्ली। मिलिट्री प्रोजेक्ट्स (Military Projects) की निगरानी के लिए बेव बेस्ड प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग सिस्टम को डेवलप किया गया है। मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस (Military Engineering Services)के लिए बनाए गए इस मॉनिटरिंग सिस्टम (डब्ल्यूबीपीएमपी) को बुधवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने लांच किया। इस सिस्टम को भास्कराचार्य नेशनल इंस्टीट्यूड फोर स्पेस एप्लीकेशन्स एंड जिओ-इंफोर्मेटिक्स (बीआईएसएजी-जी) ने विकसित किया है।

लांचिंग कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए इसके लाभ के बारे में जानकारी हासिल की। अधिकारियों ने बताया कि एमईएस परियोजनाओं की निगरानी करने में अनेक लाभ हैं। रक्षा मंत्री ने एमईएस के डिजिटल होने की बधाई भी दी। 

क्या काम करेगा यह पोर्टल?
लॉन्च किया गया यह इंटीग्रेटेड पोर्टल एमईएस के प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एडमिनिस्ट्रेशन सिस्टम के लिए है। यह पोर्टल परियोजनाओं की शुरुआत से लेकर उसके पूरा होने तक की रियल टाइम निगरानी करने में सक्षम है। इससे न केवल एमईएस के स्टेकहोल्डर्स बल्कि सशस्त्र बलों के यूजर्स भी परियोजना की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

नौ एप्लीकेशन्स को लागू करने के प्रयास में एमईएस
डिजिटल इंडिया मिशन को और मजबूत करने के लिए एमईएस नौ अन्य ई-गवर्नेंस एप्लीकेशन्स को लागू करने जा रहा है। इन एप्लीकेशन्स के डेवलप होने से सेना के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए उत्पादकता बढ़ाने, पारदर्शिता स्थापित करने और दक्षता में सुधार लाने की दिशा में आगे बढ़ा जा सकता है। इन एप्लीकेशन्स में उत्पाद अनुमोदन पोर्टल, एडब्ल्यूएमपी जांच और स्थिति अनुप्रयोग, ई-मिजरमेंट बुक, बजट प्रबंधन पोर्टल, कार्य अनुमान अनुप्रयोग, बिलिंग एवं निर्माण लेखा प्रबंधन, कैशबुक प्रबंधन एवं लेखा प्रणाली, ठेकेदार एवं सलाहकार सूची पोर्टल एवं ई-डेविएशन शामिल हैं। इन एप्लीकेशन्स का इस साल के अंत तक विकसित होने तथा अगले साल के मध्य तक एकल उद्यम संसाधन योजना (ईआरपी) में शामिल होने की उम्मीद है।

कौन कौन रहे मौजूद?
लांचिंग समारोह में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और सैन्य मामलों के विभाग के सचिव जनरल बिपिन रावत, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज एम. नरवणे, वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल विवेक राम चौधरी, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, चेयरमैन चीफ ऑफ स्टाफ कमिटी के चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस मार्शल बी.आर. कृष्णा, वाइस चीफ ऑफ नेवल स्टाफ वाइस एडमिरल सतीश नामदेव घोरमाडे, ई-इन-सी ऑफएमईएस लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह और भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक कृष्णास्वामी नटराजन मौजूद रहे।