गर्मियों में हेलमेट लगाकर लंबा सफर करना अब मुश्किल नहीं होगा, वहीं फैक्ट्री और दूसरी जगह के वर्करों को हेलमेट के साथ काम करना सुकून देगा। हैदराबाद की एक कंपनी ने एसी युक्त हेलमेट बनाया है जो आपके सिर के साथ दिमाग को भी रखेगा ठंड़ा-ठंडा, कूल-कूल
आटो डेस्क । औद्योगिक श्रमिकों को भारी गर्मी में हेलमेट लगाकर काम करना बेहद तकलीफदेय होता है। हैदराबाद स्थित एक कंपनी इनबिल्ट एयर कंडीशनर के साथ हेलमेट का निर्माण कर रही है।
बाइक चलाते समय आया इनोवेटिव आइडिया
इनोवेटिव प्रोजेक्ट के बारे में बोलते हुए, एसी हेलमेट बनाने वाले जर्श इनोवेशन के को- फाउंडर और सीईओ कौस्तभ कौंडिन्य ने कहा कि इनोवेटिव प्रोडक्ट का विचार तब आया जब वो गर्मी के दिनों में बाइक पर एक लांग ड्राइव पर गए थे। उन्होंने बताया कि "हमारी 4 साल पुरानी कंपनी है। यह विचार तब आया जब हम बाइक पर यात्रा कर रहे थे। गर्मी के दिनों में श्रमिकों को बाइक राइडर को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। तब एसी हेलमेट बनाने का विचार आया। इसके लिए ऑनलाइन रिसर्च भी किया, इसके बाद एक हेलमेट के अंदर एक एसी लगाने की दिशा में आगे बढे।
चार अलग-अलग मॉडलों में है उपलब्ध
कंपनी द्वारा बनाए गए हेलमेट के प्रकारों के बारे में विस्तार से बताते हुए, सीईओ ने कहा कि एसी हेलमेट चार अलग-अलग मॉडलों में उपलब्ध हैं। "वे सभी एक ही सिद्धांत पर काम करते हैं, हालांकि ग्राहकों की डिमांड के मुताबिक इसके मॉडलों में वैरायटी दी गई है।
दो से लेकर 10 घंटे तक चलती है बैटरी
"पहला हेलमेट मॉडल ई है जिसमें इंजीनियरों को दो घंटे की बैटरी लाइफ मिलती है, जिन्हें थोड़ी देर के लिए हेलमेट पहनना पड़ता है। दूसरा मॉडल कुशल और अर्ध-कुशल तकनीशियनों के लिए डिज़ाइन किया गया है, इसकी बैटरी बाहर लगी होती है, ये 10 घंटे तक चलती है। तीसरा हेलमेट विशेष रूप से एयर कंडीशनिंग वाले वेल्डर के लिए बनाया गया है। चौथा है जो जेसीबी जैसे भारी मशीन उपयोगकर्ताओं द्वारा उपयोग किया जाता है। "कौंडिन्य ने बताया कि इसके प्रोडक्शन के लिए उनकी कंपनी ने जेसीबी के साथ एग्रीमेंट किया है। सीईओ ने कहा कि उनकी कंपनी जल्द ही दक्षिण पश्चिम रेलवे को हेलमेट की आपूर्ति करेगी और मध्य पूर्व में अपने कारोबार का विस्तार करने की उम्मीद कर रही है।
इस तरह काम करता है कूलिंग सिस्टम
उत्पाद के बारे में विस्तार से बताते हुए, कंपनी के अन्य सह-संस्थापक आनंद कुमार ने हेलमेट में शीतलन प्रणाली में एक पंखा होता है जो वातावरण की हवा को चूसता है और इसे हेलमेट के सामने शीतलन प्रणाली में पंप करता है। कुमार ने बताया, "कूलिंग सिस्टम हवा के तापमान को कम करता है और एयर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम नामक एक विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए चैनल के माध्यम से हेलमेट में भेजता है।
Last Updated Sep 8, 2021, 4:47 PM IST