जोधपुर : राजस्थान (rajasthan) के जोधपुर के तनिष्क गौड़ दौड़ का विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले हैं। वे अपने लक्ष्य से महज एक कदम दूरी पर हैं। तनिष्क 33 जिलों की यात्रा 40 दिन में दौड़कर यह रिकॉर्ड बनाने वाले हैं। वे राजस्थान के 32 जिलों का सफर 39 दिनों में तय करते हुए 3,930 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर ली है। 8 नवंबर को वह पाली पहुंचे थे और 9 नवंबर यानी मंगलवार को जोधपुर तक का सफर पूरा कर लेंगे। उनकी पूरी यात्रा 4060 किलोमीटर के करीब होगी। यह नया विश्व रिकॉर्ड है। इससे पहले अजमेर की सुफिया खान ने 87 दिन में 4035 किलोमीटर की कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी (Kanyakumari) तक दौड़कर विश्व रिकॉर्ड बनाया है।

पैशन को बनाया पहचान
17 साल के तनिष्क गौड़ जोधपुर के मसूरिया के रहने वाले हैं। 12वीं तक पढ़ाई कर चुके तनिष्क ने क्रिकेट से अपना स्पोर्ट्स करियर शुरू किया। इसके  साथ ही उन्हें दौड़ने का भी जुनून है। जब तनिष्क की उम्र 7 साल थी तभी से उन्होंने रनिंग की तैयारी कोच कैलाश जोशी के नेतृत्व में शुरू कर दी। तनिष्क का सपना था कि वह कुछ ऐसा करें कि उसका पैशन पहचान बन जाए। इसी के तहत उसने अपने कोच से सुफिया खान के रिकॉर्ड को तोड़ने की बात कही और दोनों उसकी तैयारी में जुट गए।

एक अक्टूबर से शुरू हुई थी रनिंग
इसके बाद तनिष्क ने खूब मेहनत की। कोच के प्लान के मुताबिक वे सुबह-सुबह उठते और पाली तक रनिंग करते। डाइट का भी पूरा ख्याल रखते हैं। उनकी यह दौड़ एक अक्टूबर को जोधपुर से शुरू हुई थी और 40 दिन में उन्होंने 4 हजार किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा तय कर ली है। तनिष्क ने बताया कि भगवत गीता उसका प्ररेणा स्रोत है।

40 दिन में 14 किलो वजन कम
तनिष्क के पिता अशोक गौड जोधपुर में आरटीओ एजेंट हैं ओर मां संतोषदेवी हाउस वाइफ। तनिष्क ने बताया कि पैदल यात्रा के दौरान वह रोजाना करीब 100 किलोमीटर दौड़ते थे। कोच के डाइट प्लान के अनुसार नारियल पानी, प्रोटीन शेक, मशरूम, भिंडी, ग्वारफली की सब्जी, आलू के पराठे, चावल ही खाते थे। रात के खाने में 3 नारियल पानी, दूध, प्रोटीन शेक ही यात्रा के दौरान लिए। तनिष्क जब जोधपुर से एक अक्टूबर को पैदल दौड़ के लिए रवाना हुए थे तब उनका वजन 76 किलो था। जो अब 62 किलो है। यात्रा के दौरान उसका 14 किलो वेट कम हो गया। डाइट में आलू के पराठे और चावल कोच के कहे अनुसार शामिल किए।

ऐसे दर्ज होगा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम
तनिष्क ने अपनी दौड़ शुरू करने से पहले गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करने वाली टीम से बात की। उसके कहे अनुसार दौड़ के दौरान वीडियो, फोटो, सोशल मीडिया पर लाइव करते हुए जा रहे हैं। साथ ही, अपना जीपीएस भी ऑन रखते हैं। रास्ते में जहां-जहां स्वागत हो रहा है, उसके फोटो-वीडियो भी ले रहे हैं। दौड़ पूरी होने के बाद यह सब डाटा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भेजेंगे। उसके साथ ही निर्धारित फीस भी भरेंगे। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड देने वाली टीम उसका सत्यापन करेगी। उसके बाद तनिष्क का नाम दर्ज हो सकेगा।