corona के खिलाफ जारी लड़ाई में भारत ने एक ऐतिहासिक प्रयोग किया है। देश में पहली बार ड्रोन के जरिये सरलता से वैक्सीन की डोज पहुंचाई गईं। यह ड्रोन Make In India मुहिम का एक सफल प्रयोग है।
मणिपुर. Corona के खिलाफ भारत ने एक नया प्रयोग किया है। देश में पहली बार ड्रोन के जरिये सरलता से वैक्सीन की डोज पहुंचाई गईं। यह ड्रोन Make In India मुहिम का एक सफल प्रयोग है। यह प्रयोग मणिपुर में बिष्णुपुर से करंग द्वीप तक किया गया। इसकी दूरी करीब 31 किमी है। यह ड्रोन 900 वैक्सीन खुराक का भार उठाने में सक्षम है। इस प्रयोग के जरिये पहली बार 10 लोगों को COVID 19 का टीका लगाया गया।
ICMR’s Drone Response and Outreach in North East (i-Drone) intervention will revolutionize the last mile delivery of COVID-19 vaccines in India. This is also a big step in ensuring the last mile delivery of other vaccines and medical supplies as quickly as possible #ICMR4NewIndia pic.twitter.com/RHIIO4vbAT
— ICMR (@ICMRDELHI) October 4, 2021
दुर्गम क्षेत्रों में वैक्सीन पहुंचाना होगा आसान
भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। यहां कई दुर्गम इलाकों में वैक्सीन पहुंचाना आसान नहीं होता। लेकिन अब ड्रोन के जरिये इस समस्या का हल निकाल लिया गया है। बता दें पिछले महीने ही केंद्र सरकार ने ड्रोन पॉलिसी लागू की थी। इसमें ड्रोन के जरिये वैक्सीन पहुंचाना भी शामिल है। ड्रोन से वैक्सीन पहुंचाने का यह सफल प्रयोग सोमवार को किया गया। बिष्णुपुर जिला अस्पताल से करांग स्वास्थ्य केंद्र तक ऑटोमेटेड ड्रोन के जरिए वैक्सीन भेजी गई। अगर सड़क के रास्ते विष्णुपुर से करांग जाते हैं, यह दूरी करीब 31 किलोमीटर है। लेकिन इसका हवाई मार्ग सिर्फ 15 किलोमीटर। यहां वैक्सीन पहुंचाने में सिर्फ 15 मिनट का समय लगा।
हेल्थ मिनिस्टर ने किया था tweet
इस प्रयोग पर हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने tweet किया। उन्होंने कहा कि ड्रोन का इस्तेमाल दूसरे अन्य जरूरी कामों में भी किया जाएगा। हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि यह देश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। वे इससे खुश हैं, क्योंकि ये ड्रोन मेक इन इंडिया है।
Last Updated Oct 5, 2021, 9:59 PM IST