नई दिल्ली। देश में नागरिक उड्डयन क्षेत्र (Civil aviation sector) को आमजन के लिए सुविधाजनक बनाने के लिए अगले चार-पांच सालों में 2500 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। इससे हाईक्लास के इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं प्रदान की जाएगी। 
राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल डॉ.वीके सिंह (General V.K.Singh) ने लिखित जबाव में यह जानकारी दी है। 

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) इस धन से विमानन क्षेत्र में मौजूदा टर्मिनलों, नए टर्मिनलों के विस्तार और संशोधन करेगी। मौजूदा रनवे, एप्रन, एयरपोर्ट नेविगेशन सर्विसेज (एएनएस), कंट्रोल टावर, तकनीकी ब्लॉक आदि का एक्पेंशन किया जाएगा। 

देश में बनेंगे 21 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा

केंद्र सरकार ने 21 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की स्थापना की मंजूरी दी है। छह ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे- महाराष्ट्र में शिरडी, पश्चिम बंगाल में दुर्गापुर, सिक्किम में पकयोंग, केरल में कन्नूर, आंध्र प्रदेश में ओरवकल और कर्नाटक में कलबुर्गी का संचालन किया जा चुका है।

पीपीपी मॉडल पर हो रहा हवाई अड्डों का विकास

मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में नागरिक उड्डयन मंत्री जनरल वीके सिंह ने लिखित जवाब में बताया है कि पीपीपी मॉडल (PPP model) पर मौजूदा और नए हवाई अड्डों में निजी निवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है। 

आरसीएस के तहत 359 मार्ग कनेक्ट 

सिविल एविएशन मिनिस्टर ऑफ स्टेट जनरल वीके सिंह ने बताया कि क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) के तहत 27 जुलाई, 2021 तक 359 मार्गों ने 59 असेवित/कम सेवा वाले हवाई अड्डों को जोड़ना शुरू कर दिया है। इसके तहत देश में 2 वाटर एयरोड्रोम और 5 हेलीपोर्ट का भी निर्माण कराया जाना शामिल हैं। 

आधुनिक वाइड बॉडी विमान को प्रोत्साहन

डॉ.वीके सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार एयरलाइनों को आधुनिक वाइड बॉडी विमान खरीदने के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। अब तक विस्तारा एयरलाइंस ने दो नए वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट हासिल किए हैं। कई एयरलाइन्स इस दिशा में काम करना शुरू कर दिए हैं। जल्द ही पूरे देश में सिविल एविएशन क्षेत्र में वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से हर एयरपोर्ट लैस दिखेगा।