2018 में एक्ट्रेस तनुश्री द्वारा #MeToo कैंपेन शुरू करने के बाद बॉलीवुड में अलग ही माहोल बन गया था। इसके चलते कई बड़े नामों पर कई तरह के आरोप लगे और कई लोगों पर कोर्ट में केस दर्ज करवाए गए।

तनुश्री ने ही इसकी शुरुआत की थी और उन्होंने नाना पाटेकर पर कई तरह के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि 10 साल पहले फिल्म 'हॉर्न ओके प्लीज' के सेट पर उनके साथ बदसलूकी हुई थी। इसके बाद तनुश्री ने नाना के खिलाफ मुंबई के ओशिवारा पुलिस स्टेश में छेड़छाड़ और बदसलूकी का केस भी दर्ज करवाया था।

कई महीने केस चलने के बाद अब इस मामले में कोर्ट ने नाना पाटेकर को क्लीन चिट दे दी है। इस केस में नाना को बड़ी राहत मिली है।

इस केस में पुलिस ने कहा है कि उसे तनुश्री के आरोपो में कोई तथ्य नहीं मिला है। पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक नाना को बड़ी राहत मिल गई है। 

हालांकि अब यह कोर्ट के ऊपर है कि वो इस चार्जशीट को स्वीकार करता है या दोबारा इस मामले की जांच का आदेश देता है।

बता दें तनुश्री ने दस साल पुराने वाकये को एक शो में बताया था कि, ''सभी को पता था कि नाना पाटेकर का रवैया औरतों के प्रति क्रूर और अपमानजनक है, सबको पता था कि मेरे साथ गलत हुआ लेकिन किसी ने मेरा साथ नहीं दिया।'

इसके बाद से ही #MeToo कैंपेन शुरू हुआ था और इसके बाद ही एक के बाद एक मामला सामने आया था। लेकिन अब सवाल यह भी उठता है कि अगर कोर्ट ने नाना पाटेकर को क्लीन चीट दे दी है तो क्या तनुश्री के लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं?