मुंबई एकेडमी ऑफ मूविंग इमेज (मामी) ने सोमवार को घोषणा की कि मामी फिल्म महोत्सव के आयोजकों ने तय किया है कि वह एआईबी की फिल्म “चिंटू का बर्थडे” और रजत कपूर की फिल्म “कड़ख” को अपने शोकेस से हटाएगा। भारत में #मीटू अभियान के जोर पकड़ने के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।

मामी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेयर एक बयान में कहा गया है, “हम एक एकेडमी (मामी) के तौर पर #मीटू अभियान का पुरजोर समर्थन करते हैं। हालिया घटनाओं को देखते हुए हमने अपनी श्रृंखला से इन फिल्मों - एआईबी की ‘चिंटू का बर्थडे’ और रजत कपूर की ‘कड़ख’ को हटाने का निर्णय किया है।

आयोजकों ने कहा कि वह फिल्म समारोह के आगामी संस्करण को कार्यस्थल पर होने वाले यौन उत्पीड़न एवं कदाचार से निपटने के “रचनात्मक” तरीके तलाशने का प्रयास करने के लिए समर्पित करेगा।

बयान में कहा गया है, “हम इस अवसर का उपयोग बातचीत के रास्ते खोलने और कार्यस्थल पर उत्पीड़न एवं यौन दुर्व्यवहार रोकने का समाधान खोजने के तौर पर करेंगे। महोत्सव के इस संस्करण के साथ शुरू कर हम इस समस्या से निपटने के सकारात्मक एवं रचनात्मक तरीके खोजने के लिए पूरे फिल्म समुदाय को एकजुट करना चाहेंगे।” 

लेखक-कॉमेडियन उत्सव चक्रवर्ती, गुरसिमरन खंबा पर सीधे तौर पर यौन दुव्यर्वहार के आरोप हैं, जबकि तन्मय उनके (आरोपियों के) खिलाफ कदम ना उठाने को लेकर निशाने पर हैं। 

वहीं “आंखो देखी” जैसी फिल्म के लिए पुरस्कार जीतने वाले अभिनेता एवं निदेशक रजत कपूर पर एक महिला पत्रकार ने “अशिष्ट” और गैर-पेशेवर रवैये का आरोप लगाया है।