मनोरंजन। अनुराधा पौडवाल को किसी पहचान की जरूरत नहीं है। फेमस प्लेबैक सिंगर अनुराधा पौडवाल हाल ही में राजनीति में कदम रख चुकी हैं। लगभग 1500 से ज्यादा भजन गा चुकी अनुराधा की गिनती स्वर कोकिला लगा मंगेशकर जैसी गायकी के साथ हो सकती थी। अनुराधा पौडवाल के एक गलत फैसले ने मानों उनके गायकी के करियर पर ठहराव ला दिया हो। 

फिल्मों से शुरू किया था सिंगिंग करियर

अनुराधा पौडवाल ने अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत भजन नहीं बल्कि फिल्मों से की थी। उन्होंने फिल्म अभिमान में पहली बार अपनी आवाज दी थी। पिया बिना...बासिया बाजे ना..अनुराधा पोडवाल की सुरीली आवाज में गाया गाना लोगों को खूब पसंद आया था। सुरीली आवाज की मल्लिका अनुराधा पौडवाल को धीरे-धीरे फिल्मों में बड़े ऑफर मिलने लगे। फिल्म कालीचरण के गाने एक बटा दो, दो बटे चार लोगों के मन में खास जगह बनाई। 

जब लिया सिर्फ टी सीरीज के साथ काम करने का फैसला

जीवन में लिए गए कुछ फैसले आसमान की ऊचांइयों में पहुंचा देते हैं तो कुछ फैसले गलत साबित होते हैं। अनुराधा पौडवाल के साथ भी ठीक वैसा ही हुआ। अनुराधा पौडवाल का सिंगिंग करियर जब ऊचांइयों में था तो उन्होंने एक गलत फैसला ले लिया। अनुराधा पौडवाल ने सिर्फ टी-सीरीज के लिए गाने का फैसला लिया। इस कारण से अनुराधा पोडवाल ने कई अच्छे ऑफर्स ठुकरा दिए। करीब 10 साल तक उन्होंने टी-सीरीज के लिए ही सिंगिंग की। 

अनुराधा पौडवाल ने भक्ति के गानों पर दिया ज्यादा जोर

अनुराधा पौडवाल के फिल्मी गानें लोगों को पसंद आ रहे थे। लेकिन उन्होंने भजन के गानों पर फोकस किया। इस कारण से दूसरी फिल्मों के गाने उनके हाथ न आ पाए। माना जाता है कि उनके इस फैसले ने ही करियर ढलान पर ला दिया। अगर अनुराधा पौडवाल फिल्मों में गाना जारी रखती तो उनकी गिनती भी दूसरी लता मंगेशकर के रूप में की जाती। 
 

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