दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे के जीवन पर बनी फिल्म के ट्रेलर को अगर 'पेट्रोल बम' कहें तो गलत न होगा और इसमें नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने बेहतरीन अभिनय ने एक तरह से आग लगा दी है। फिल्म के ट्रेलर की शुरुआत में एक बच्चा सीढ़ियों से गिरते पेट्रोल बम के पास रो रहा है, तो दहशत के कारण दुकानदार दुकानों के शटर गिरा रहे हैं और एक पुलिस अधिकारी को आग लगाकर जमीन पर फेंक दिया जाता है।

शिवसेना के संस्थापक और सर्वोच्च नेता स्वर्गीय बाला साहेब ठाकरे के जीवन पर बनी फिल्म के ट्रेलर का शुरूआत में ही मनोरंजक तरीके से चित्रण किया किया गया है। ठाकरे जिन्होंने भारत की आर्थिक राजधानी कही जाने वाले बॉम्बे (मुंबई) को 60,70, 80 और 90 के दशक में अघोषित तौर पर अपने अधिकार में रखा था।

हालांकि फिल्म के ट्रेलर में बालासाहेब ठाकरे का किरदार निभाने वाले नवाजुद्दीन सिद्दीकी वैचारिक तौर पर ठाकरे से अलग हैं। फिल्म में सिद्दीकी उनके चरित्र को बेहतरीन अंदाज में निभाते नजर आते हैं। जब प्रसिद्ध शिवाजी पार्क में रैली के दौरान वह शाल ओढ़े और हाथ में रूद्राक्ष बांधे प्रणाम करते हैं तो इसमें उनके अभिनय की दक्षता दिखती है।  

फिल्म में डायलॉग तीखे हैं। ठाकरे को उनके तीखे बयानों के लिए चर्चित राजनेता के तौर पर ही याद किया जाता है। इसके अतिरिक्त एक बेहतरीन कार्टूनिस्ट के तौर पर भी उनकी पहचान है। लेकिन स्क्रिप्ट लिखने वाले इसे डायलॉग से और ज्यादा बेहतर बना सकते थे, यह जरूर मायूस करता है।

जब एक वकील उनसे पूछता है 'मुंबई में हुए दगों में आपका हाथ है' तो ठाकरे तपाक से और चालाकी भरे अंदाज में कहते हैं 'हाथ नहीं पांव।' मुंबई में व्यापार संघों द्वारा किए जाने वाले उपद्रवों के दिनों और शिवसेना के जन्म और उदय को ट्रेलर में दिखाया गया है। उन दिनों कई कारोबारों के बंद होने के पीछे उनकी भूमिका, सन 1993 के दौरान मुंबई में हुए हिंदू-मुस्लिम दंगे, दक्षिण और उत्तर भारतीयों के उत्पीड़न के बीच उनके मराठी मानुष के चरित्र को काफी हल्के तरीके से दिखाया है।

फिल्म की स्क्रिप्ट को शिवसेना नेता संजय राउत ने लिखा है और अभिजीत पानसे ने फिल्म का निर्देशन किया है। उन्होंने सच्चाई भरे इतिहास को ज्यादा नहीं दिखाया है जबकि ठाकरे को एक हिंदू हृदय सम्राट के अंदाज में ही पेश किया है। 

 

फिल्म कुछ दशक पहले बनाई जा सकती थी, लेकिन हाल के दिनों में फिर से राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मुद्दा ज्वलंत हुआ है, जो 2019 के आम चुनाव से पहले मोलोटोव कॉकटेल  (पेट्रोल बम) की तरह काम करेगा।