जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करने के एक बड़े प्रयास के तहत केंद्र सरकार कश्मीर घाटी में 30 वर्ष से बंद सिनेमा घरों को फिर से खोलने की योजना बना रही है। सूत्रों की मानें तो राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने घाटी में सिनेमाघरों को खोलने की मंजूरी दे दी है और जल्द ही इस पर काम भी शुरू हो जाएगा। 

राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल ने घाटी में सिनेमाघरों की स्थापना के लिए सहमति दी है। राज्यपाल के तौर पर शपथ लेने के बाद सत्यपाल मलिक ने अपने हर साक्षात्कार में कहा है कि मनोरंजन के साधनों की कमी के वजह से ही कश्मीर का युवा आतंकवाद की तरफ जा रहा है। शाम 6 बजे के बाद युवाओं के पास करने को कुछ नहीं होता।

नब्बे के दशक में आतंकवाद की शुरुआत के बाद सन 1999 में सिनेमाघरों को खोलने का एक बड़ा प्रयास किया गया था जिसमें राज्य सरकार ने सिनेमाघर मालिकों को छूट भी दी थी। 1999 की शुरुआत में कश्मीर घाटी में खुले 3 सिनेमाघरों को बंद कर देना पड़ा था। 24 सितंबर, 1999 को आतंकियों द्वारा सिनेमा घरों पर ग्रेनेड हमला किया गया था। यह हमला उस समय हुआ था जब दर्शक फिल्म देख कर बाहर आ रहे थे। इस आतंकी हमले में एक शख्स की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य घायल हुए थे।