प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर बनी फिल्म ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ की रिलीज पर से चुनाव आयोग द्वारा लगाई गई रोक को हटाने से इनकार कर दिया गया है।

कोर्ट ने यह फैसला चुनाव आयोग की ओर से दिए गए रिपोर्ट के आधार पर किया है। चुनाव आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चुनाव होने के तक फिल्म की रिलीज पर रोक जारी रहनी चाहिए। चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि फिल्म के रिलीज से वोटर्स पर असर पड़ेगा और सत्ताधारी पार्टी को फायदा हो सकता है। 

बता दें कि कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव आयोग के 7 अधिकारियों ने फिल्म की स्क्रीनिंग देखी थी। उसके बाद अभिनेता विवेक ओबेरॉय से पूछताछ की थी। कोर्ट ने 15 अप्रैल को निर्वाचन आयोग को निर्देश दिया था कि वो पीएम मोदी के जीवन पर बनी फिल्म को देखे और फैसला करे कि क्या फ़िल्म पर बैन लगाया जा सकता है। 

पिछली सुनवाई के दौरान फिल्म के निर्माता ने कहा था कि निर्वाचन आयोग फ़िल्म को देखे बिना ही फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी है। इसके बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने निर्वाचन आयोग को फ़िल्म देखने का निर्देश दिया था। 

दरअसल इस फिल्म की रिलीज पर लगी रोक के खिलाफ फिल्म निर्माताओं ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में कहा था कि फिल्म प्रमाणन बोर्ड की ओर से ग्रीन सिग्नल मिलने के बावजूद फिल्म पर निर्वाचन आयोग ने रोक लगा रखी है। 

पिछले 9 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने अब तक सर्टिफिकेट नहीं दिया। फ़िल्म देखना उसका काम है। अगर फिल्म से चुनाव के आयोजन में कोई दिक्कत है, तो ये देखना चुनाव आयोग का काम है। हालांकि फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने 9 अप्रैल को ही फिल्म को सर्टिफिकेट दे दिया।

लेकिन उसके बाद निर्वाचन आयोग ने चुनाव तक फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दिया। निर्वाचन आयोग के इसी फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। 
गौरतलब है कि इस फिल्म का निर्देशन उमंग कुमार ने किया है। फिल्म में अभिनेता विवेक ओबेरॉय मुख्य भूमिका निभा रहे है। फ़िल्म में बोमन ईरानी, मनोज जोशी, जरीना वहाब और प्रशांत नारायणन अहम किरदार अदा कर रहे है।