72 वें स्वतंत्रता दिवस पर माचो एक्टर जॉन अब्राहम एक्शन थ्रीलर देशभक्ती फिल्म सत्यमेव जयते में एक बार फिर एक्शन पैक अवतार में लौटे हैं। आजादी के 72वें वर्षगांठ पर समाज की समस्याओं पर बोलते हुए जॉन इस फिल्म के बारे में कहते हैं कि, “ये फिल्म समाज में दबे गुस्से का इजहार है। महिलाओं, बच्चों यहां तक की जानवरों को लेकर समाज में कितनी विकृतियां हैं। खास तौर पर लड़कियों को लेकर जो लोग गंदी कुंठा से भरे होते हैं, उनकी आंखों में वासना दिखती है, सत्यमेव जयते का हीरों उन्हें तोड़ कर रख देना चाहता है, उनकी ठुकाई करता है ठीक उसी गुस्से के साथ जो आप में भी पैदा होता है”।


अभिनेता जॉन कहते हैं कि उन्हें भारतीय होने पर गर्व है और देश के प्रति उनका जज्बा उनकी फिल्मों में दिखता है, स्पेशली उनके द्वारा प्रॉड्यूस की गई फिल्मों में। उनके कैरियर की शुरुआत में उन्हें कमर्शियल सफलता तो मिली लेकिन वो संतुष्ट नहीं थे क्योंकि वो फिल्मों के माध्यम से तो कुछ और ही दिखाना चाहते थे। जैसे ही उन्हें फिल्मों को प्रॉड्यूस करने का मौका मिला उन्होंने फिल्मों के सब्जेक्ट के चयन में कोई गलती नहीं की। जॉन खुद कहते हैं कि, “मैं प्राउड इंडियन हूं। मैं ये भी चाहता हूं कि आज की डेट में हर भारतीय अपने देश को लेकर गर्व और सहज महसूस करे। पोखरण परीक्षण पर मैंने परमाणु फिल्म बनाई। इस फिल्म में भारत और भारतीयता को जबरदस्त तरीके से दिखाय गया। आखिरकार मैंने वो फिल्में करनी शुरू कर दीं जो मैं हमेशा से करना चाहता था”।


भारत और भारतीयता पर गर्व करने वाले जॉन ये भी कहते हैं कि मैं किसी ट्रेंड का पिछलग्गू नहीं बनना चाहता, जैसा की टिपिकल पैट्रिऑटिक फिल्में आजकल हो रही हैं। मैं ऐसा इसलीए नहीं कर रहा क्योंकि ऐसा करने वालों की लाइन लगी हुई है। मेरा अपना तरीका है। मैं स्पोर्ट्स बॉयोपिक क्यों करूं, हर कोई ही ऐसा कर रहा है। देश में जो हर कोई ही कर रहा है, उसी को फॉलो किया जाय, ऐसा मैं नहीं करने वाला”।


45 साल का यह एक्टर, जो अब प्रॉड्यूसर के रूप में भी जाना जाने लगा है, ने विक्की डोनर, मद्रास कैफे, परमाणु जैसी फिल्में की हैं। परमाणु में एक्टिंग और और प्रॉड्यूस करने को लेकर जॉन कहते हैं कि, “यहां एक एक्टर होने से ज्यादा प्रॉड्यूसर होने को एन्जॉय किया, क्योंकि प्रॉड्यूसर की ये भूमिका एक मां की तरह थी जो अपने बच्चे का लालन-पालन करती है। मैंने तो परमाणु के फिल्मी सफर को प्रॉड्यूसर के तौर पर एक बच्चे को जन्म देने जैसा महसूस करता हूं। क्योंकि फिल्म में एक्टिंग से कही ज्यादा उसके कॉन्सेप्ट और रूप-रेखा को तैयार करना ज्यादा आनंददायक है”।
  
एक्टिंग और प्रॉड्यूसर होने के बाद जॉन की योजना अब डायरेक्टर के रूप में मैदान में उतरने की है। जॉन कहते हैं कि, “जब आप फिल्में डायरेक्ट कर रहे होते हैं तो आप सबसे ज्यादा शक्तिशाली होते हैं, प्रॉड्यूसर और एक्टर से भी ज्यादा। मैं जल्दी डायरेक्शन करूंगा। मेरी नई भूमिका मेरा इंतजार कर रही है”।


जॉन की फिल्म सत्यमेव जयते अक्षय कुमार की फिल्म गोल्ड के साथ 15 अगस्त की दिन रिलीज हुई है। दोनों में टक्कर है। इस बात पर जब जॉन से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, “राष्ट्रीय छुट्टी के दिन रिलीज हुई दोनों फिल्मों के लिए काफी स्कोप है। अक्षय मेरे दोस्त हैं, मैं चाहूंगा कि गोल्ड अच्छा करे। मैं दिल से गोल्ड के लिए कुछ भी नकारात्मक नहीं चाहता क्योंकि मैं गोल्ड की भी सफलता चाहता हूं। मैं ये भी जानता हूं कि अक्षय भी मेरे  लिए ऐसा ही सोचते हैं। उम्मीद है हम जल्द ही एक साथ नजर आएं”।