पाकिस्तानी गायक राहत फतेह अली खान पर विदेशी मुद्रा की तस्करी का आरोप लगा है। इस मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने फेमा कानून के तहत कारण बताओ नोटिस भेजकर जवाब देने को कहा है।
विदेशी मुद्रा की तस्करी के आरोप में पाकिस्तानी गायक राहत फतेह अली खान की मुश्किलें बढ़ गई हैं। साल 2011 में दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर राहत अली के पास से सवा लाख डॉलर की विदेशी मुद्रा बरामद हुई थी। उनके पास इस रकम का कोई दस्तावेज नहीं था। इसके बाद राहत, उनके मैनेजर माहरूफ और इवेंट मैनेजर चित्रेश को हिरासत में लिया गया था। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था। अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में पाकिस्तान गायक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
Enforcement Directorate has issued notice to Pakistani singer Rahat Fateh Ali Khan under Foreign Exchange Management Act (FEMA); More details awaited. pic.twitter.com/m0TfXJMl76
— ANI (@ANI) January 30, 2019
अगर ईडी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं होता है तो उनपर 300 प्रतिशत का जुर्माना लग सकता है। जुर्माना न भरने की स्थिति में राहत के खिलाफ भारत में लुकआउट नोटिस जारी हो सकता है। साथ ही भारत में उनके कार्यक्रमों पर रोक भी लग सकती है। ईडी के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि इस मामले में हाल में जांच पूरी होने के बाद दो करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा कोष उल्लंघन को लेकर फेमा के तहत नोटिस जारी किया गया। उन्होंने बताया कि भारत और पाकिस्तान में लोकप्रिय सूफी गायक खान को 45 दिनों में नोटिस का जवाब देने को कहा गया है।
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने खान और उनके प्रबंधक माहरूफ अली खान को 2011 में यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पकड़ा था और उनके पास से अघोषित 1.24 लाख डॉलर और कुछ अन्य सामान कथित रूप से जब्त किया गया था। इसके बाद जांच एजेंसी ने राहत अली खान और उनके सहयोगियों के खिलाफ 2014 में फेमा के तहत जांच आरंभ की थी।
विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम यानी फेमा के तहत विदेशी मुद्रा के ऐसे मामलों की जांच करने वाली केंद्रीय एजेंसी ईडी पहले भी राहत से इस बारे में पूछताछ कर चुकी है। गायक ने उस समय कहा था कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। उन्होंने कहा था कि वह एक ग्रुप के साथ सफर कर रहे थे इसलिए वह इतनी अधिक नकद राशि ले कर जा रहे थे।
Last Updated Jan 30, 2019, 4:11 PM IST