उत्तर प्रदेश के कौशांबी में कई दिनों से सैकड़ों लोगों की भीड़ ने एक बच्चे को घेर रखा है। क्योंकि उनका मानना है कि इस बच्चे के स्पर्श से असाध्य रोग ठीक हो जाते हैं। भीड़ के इस दबाव की वजह से यह बच्चा ना तो स्कूल जा पा रहा है और ना ढंग से उसे सोने दिया जा रहा है।
कौशांबी: जिले के बेरुई गांव में एक छह साल के मासूम बच्चे की बचपन की आज़ादी छिन गई है। इसकी वजह लोगों के बीच फैली यह अफवाह है कि गोलू नाम के इस बच्चे के पास एक ऐसी अलौकिक शक्ति है कि जिसके छूने मात्र से आसाध्य रोग पल भर में ठीक हो जाता है।
जिसके बाद इस बच्चे के हाथों का स्पर्श पाने के लिए कौशांबी समेत आस-पास के जनपदों से हजारों लोगों भीड़ उसके घर पहुंच रही है। पिछले पंद्रह दिनों से जारी इस घटना क्रम में बच्चा न तो स्कूल जा पा रहा है, और न ही भर पेट भोजन कर पा रहा है। लोग निरोगी बनने की चाह में उस बच्चे को सोने तक नही दे रहे है। बच्चे के मौलिक अधिकार के हनन के मामले में बाल संरक्षण समिति ने मौके पर जाकर बच्चे को जेजे एक्ट के प्राविधानों के तहत कार्यवाही का भरोसा दिया है |
बच्चे की मां गोमती देवी का कहना है कि भीड़ बच्चे को न तो खाना खाने देती है और ना ही पानी पीने देती है सोने भी नहीं देती है भीड़। हम कहते हैं कि मेरे बच्चे को 1 घंटे का समय दे दो ताकि वह सो ले लेकिन भीड़ मानती नहीं है। मेरे बच्चे को मास्टर ने स्कूल में पढ़ाने के लिए जवाब दे दिया। उन्होंने कहा कि जब तक भीड़ कम ना हो जाए तब तक स्कूल पढ़ने के लिए मत भेजना। क्योंकि जब वह स्कूल आता है तो भीड़ यहां भी उसको घेर लेती है। ऐसी स्थिति में अगर बच्चे को कुछ हो जाएगा तो हमारी जिम्मेदारी नहीं है।
गोमती देवी यह भी बताती है कि उनका बच्चा गांव के कुछ बच्चो के साथ खेल खेल में किसी बच्चे का हाथ छू कर ठीक कर दिया | जिसके बाद से गांव के ही बच्चो और कुछ लोगो ने उसका वीडिओ बना कर वाइरल कर दिया | जिसके बाद से लोगो की भीड़ थमने का नाम नहीं ले रही है |
गांव के स्कूल की रसोईया सपना देवी बताती हैं कि जो बच्चा गांव में लोगो को छूकर इलाज करता है वह यहीं पर पड़ता है, लेकिन अब पढ़ने स्कूल में नहीं आता है। क्योंकि एक दिन मास्टर साहब ने उसे स्कूल आने से मना कर दिया है। क्योंकि वह जब स्कूल आता है तो उसके साथ 50 लोग आकर उसे घेर लेते हैं। ऐसी स्थिति में बच्चे को अगर कुछ हो गया तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।
इलाज कराने आई महिला रीता देवी के मुताबिक परसों वह यहां एक वृद्ध के साथ आई थी। जिसका हाथ नहीं उठता था बाबा ने उसे छू लिया उसके बाद उसका हाथ ठीक हो गया और उठने लगा। आज वह फिर आई है इलाज कराने के लिए। यह बाबा महज 6 साल का बच्चा है। जिसके छूने मात्र से कई तरह के रोग ठीक हो जाते हैं।
इलाज कराने वाले संत लाल के मुताबिक बच्चे के पास सुपर नेचुरल पावर होने के अंधविश्वास से ग्रसित मरीज संतलाल के मुताबिक उस बच्चे के पास ऐसी शक्तियां हैं कि वह पढ़ भी सकता है। विद्वान भी हो सकता है। उसको स्कूल जाने की क्या जरूरत है।
बाल संरक्षण समिति (सी डब्लू सी ) के सदस्य मोहम्मद रेहान के मुताबिक उनकी जानकारी में यह मामला आया है वह वहां सोमवार को जायेगे और पूरे मामले की जानकारी लगे | घटना के अनुसार बच्चे को जेजे एक्ट के तहत सारे अधिकारी दिलाने की कोशिस की जाएगी | एक्ट में बच्चे के जीवन खान- पान एवं सुरक्षा के साथ बेहतर परवरिश का अधिकार मिलता है |
कौशाम्बी के बेरूई गांव में गोलू नाम के बच्चे के असाधारण होने की बात महज एक कोरी अफवाह ही है, लेकिन इसके बाद भी दिन प्रति दिन दूर दराज के लोगो का मजमा अव्यवस्थित रूप से बढ़ता ही जा रहा है | लोग दावा करते है कि बच्चे के पास कुछ दैविक शक्ति है जिससे उनके शरीर की व्याधि दूर हो रही है | अंधविश्वास के मकड़ जाल में उलझे हज़ारो लोग बिना किसी रोक टोक के गांव में मासूम बच्चे को दिन रात घेरे रहते है।
Last Updated Sep 1, 2019, 6:08 PM IST