नयी दिल्ली। यूपी के बदायूॅं जिले में 19 मार्च को दो मासूमों के मर्डर केस में एक नयी बात सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि उन पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। पीड़ित के बड़े बेटे आयुष 14 बार और छोटे बेटे आहान पर 9 बार वार हुआ। यह घटना इतनी निर्मम थी कि जिसे भी इस मामले के बारे में जानकारी हुई। वह अचंभित हो गया।

दोनों बच्चों के पैर पर भागते समय किए गए वार

आयुष और आहान के गर्दन के अलावा छाती, पीठ और पैरों पर भी धारदार हथियार से वार के निशान मिले हैं। दोनों बच्चों पर कुल 23 बार वार किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों बच्चों के पैरों पर किए गए वार से पता चलता है कि वह वार बच्चों पर भागते समय किए गए। डबल मर्डर केस का मुख्य आरोपी साजिद पुलिस इनकाउंटर में मारा गया था। उसकी भी पीएम रिपोर्ट आ गई है। उसमें आरोपी के शरीर पर तीन गोलियों के निशान पाए गए हैं।

पीड़ित बोला-आरोपी को पकड़कर पूछा जाए कि बेटों को क्यों मारा?

पीड़ित विनोद कुमार का कहना है कि हत्या से जुड़ी परिस्थितियों की जांच होनी चाहिए। आरोपी को पकड़कर पूछा जाए कि उसके बेटों की हत्या क्यों की गई? आपको बता दें कि पुलिस इनकाउंटर में मारे गए साजिद के भाई जावेद ने बरेली में सरेंडर कर दिया है। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि जब तक आरोपी हत्या की असल वजह नहीं बताता है। तब तक हत्या का मोटिव स्पष्ट तौर पर पता नहीं चल सकता है, क्योंकि साजिद की विनोद से कोई दुश्मनी नहीं थी। 

दूसरे फ्लोर पर आयुष और आहान का मर्डर

पीड़ित विनोद के अनुसार, घटना वाले दिन साजिद घर आया और अस्पताल में भर्ती प्रेग्नेंट पत्नी की बात कहकर पांच हजार रुपये मांगे। उनकी पत्नी संगीता ने विनोद को फोन कर साजिद को 5 हजार रुपये देने की बात कही और साजिद से चाय पीने के लिए कहा। संगीता चाय बनाने गई तो आरोपी उसके बड़े बेटे आयुष को लेकर दूसरे तल पर गया और आयुष का मर्डर कर दिया। आहान पानी लेकर पहुंचा तो उसे भी मौत के घाट उतार दिया। पीड़ित का छोटा बेटा बचने में कामयाब रहा। उधर, मौका देखकर साजिद अपने भाई जावेद के साथ फरार हो गया।

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