2019 को लेकर सियासी बिसात बिछने से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी की जंग दिलचस्प हो गई है। 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल को कड़ी टक्कर देने वाली भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी के ताबड़तोड़ दौरे कर रही हैं। उन्होंने अमेठी के विकास के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सीधे निशाने पर ले रखा है। राहुल पर तंज कसते हुए स्मृति ने कहा कि ‘2014 में मैंने अमेठी से वादा किया था कि हमारे काम की वजह से उनके दर्शन ज्यादा होंगे। अमेठी आगमन पर अमेठी की दीदी की ओर से भूले बिसरे सांसद का स्वागत है।’ 

चार जनवरी को राहुल और स्मृति दोनों को ही अमेठी में होना था। स्मृति को अमेठी पहुंच गईं लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने शुक्रवार को शुरू होने वाला अमेठी का दो दिवसीय दौरा टाल दिया गया। हालांकि पार्टी की ओर से कोई विशेष कारण नहीं बताया गया है। राहुल के प्रतिनिधि चंद्रकांत दुबे के अनुसार, कुछ अपरिहार्य कारणों से कांग्रेस अध्यक्ष का अमेठी दौरा निरस्त हो गया। उनका नया कार्यक्रम जल्द घोषित किया जाएगा।

राहुल के कार्यक्रम में अचानक बदलाव किया गया। पहले उन्हें साढ़े 11 बजे पहुंचना था। इसके बाद शाम चार बजे पहुंचने की बात सामने आई लेकिन देर शाम तक राहुल का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया। राहुल को अधिवक्ता संघ के कार्यक्रम में शामिल होना था। साथ ही उन्हें अपने अभिनंदन समारोह में शिरकत करनी थी। इसके अलावा उनका पार्टी कार्यकर्ताओं तथा आम नागरिकों से भी मुलाकात का कार्यक्रम था। 

उधर, स्मृति ईरानी अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अमेठी पहुंची। उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, 'हमने तो करीब पांच वर्ष में इतना काम कर दिया है कि कांग्रेस अध्यक्ष को डर के कारण बार-बार अमेठी आने को मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने अपने आगमन का कार्यक्रम तक बदल दिया है। अब वह हमारे अमेठी से जाने के बाद पहुंचेंगे।

यह भी देखें - अमेठी में कांग्रेस आज तक पैसों से खरीदती रही है वोट?

क्षेत्र में जगह-जगह 'राहुल गांधी को अगला पीएम' बताने वाले पोस्टरों पर ईरानी ने कहा, राहुल गांधी को महागठबंधन में इस तरह का आशीर्वाद न मायावती से प्राप्त हुआ है, न अखिलेश से, न ही ममता से हुआ है। अगर मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखने हैं तो इसमें मना किसने किया है।'  

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दौरे में देरी पर स्मृति ने कहा कि मैदान ए जंग में उनका देर से आना इस बात का संकेत है कि जो व्यक्ति अपने निर्वाचन क्षेत्र में समय से नहीं आ सकता, वह समय पर समस्याओं का समाधान क्या करेगा। उन्होंने कहा, 'जो पांच साल में एक बार आते थे, उन्हें अब बार-बार आना पड रहा है।'  स्मृति ने राहुल पर आरोप लगाया कि उन्होंने अमेठी के लिए कुछ नहीं किया, जबकि वह पिछले 15 साल से यहां का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। राहुल विकास की बात करते हैं लेकिन अपने खुद के निर्वाचन क्षेत्र में विकास सुनिश्चित नहीं कर पाते।

यह भी देखें - माय नेशन पर केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी: एडिटर इन चीफ से खास बातचीत में 2019 की सटीक रणनीति का खोला राज

स्मृति ने कांग्रेस पर राम मंदिर मामले की न्यायिक प्रक्रिया में अपने वकीलों के जरिये बाधा डालने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, कांग्रेस को राम मंदिर मसले पर अपने वकीलों के जरिये राजनीति नहीं करनी चाहिए। उसके नेता, जो वकील हैं, अदालत में बाधा डाल रहे हैं। जनता और राम भक्तों को कांग्रेस से पूछना चाहिए कि उसके नेता क्या सिर्फ तीन राज्यों के चुनाव के लिए ही जनेऊ पहने थे ।

यह भी देखें - राहुल गांधी के अमेठी में विकास अभी भी महज एक सपना  

उनका इशारा वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं वकील कपिल सिब्बल की ओर था, जिन्होंने शीर्ष अदालत से राम जन्मभूमि—बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई 2019 के आम चुनाव के बाद करने का आग्रह किया था।