नेशनल डेस्क। पूरी दुनिया की जासूसी करने के फेमस इजरायल (israel news) की इंटेलिजेंस एजेंसी मोसाद (mossad) आखिर हमे ही देश में होने वाले हमले क्यों नहीं भांप पाई आखिर हमास (hamas israel conflict) का हमला इजरायल पर इतना बड़ा फेलियर कैसा हो सकता है। इस हमले में 1000 से ज्यादा जानें जाने चुकी हैं। दो हजार लोग घायल है। हमास के खिलाफ इजरायल युद्ध घोषित कर चुका है। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे है लेकिन एक सवाल जो सबके जहन में है आखिर इजरायल को हमास के अटैक के बारे में कोई जानकारी कैसे नहीं मिली ?

2021 से इजरायल पर थी हमले की तैयारी

हमास ने 2021 से इजायरल के जख्मों को ताजा करने की तैयारी शुरू कर दी थी। उसने इजरायल (israel news in hindi) के सुरक्षा कवच आयरडोन सिस्टम को टेस्ट कर लिया था। जिसमें 5 मिनट में 150 गोले एक साथ फेंके थे ताकि ये पता लगा सके कि आयरनडोम इन्हें निष्क्रिय कर पाता है या नहीं हालांकि ऐसा नहीं हुआ और हमास ने इसी प्लान के तहत 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागे जिसमें आयनडोम उन्हें कंट्रोल करने में असफल रहा और इजरायल में भारी तबाही हुई। 

हमास को हल्का लेना इजरायल पर भारी

मई 2021 में इजरायल ने गाजा पट्टी पर बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया था। (hamas ka israel par hamla) इसके साथ ही वह वेस्ट बैंक भी लड़ाई लड़ रहा था। इसलिए इजरायल ने सोचा अब गाजा पट्टी से उसपर कोई हमला नहीं लेकिन हमास अंदर ही अंदर इजरायल को तबाह करने की रणनीति तैयार कर रहा था। 

अल अक्सा मस्जिद विवाद

अप्रैल 2023 में खाड़ी देश इजरायल पर तब भड़क उठे जब उसके सैनिकों ने इस्लाम के पवित्र स्थल मानें जाने वाले अल अक्सा मस्जिद पर गोलियां चलाई थीं। (israel vs palestine)  वहीं साऊदी अरब के इजारयल को मान्यता देने के बाद खाड़ी देशों में तनाव था। 

पर्दे के पीछे से हमास का साथ दे रहा ईरान

ईरान भले ही खुलकर इजरायल के खिलाफ युद्ध न छेड़े लेकिन (israel news today) हमास को हथियारों से लेकर फंडिंग मुहैया कराने में उसका बहुत बड़ा हाथ है। इजरायल ने ईरान में घुसकर उसके डिंफेस चीफ और न्यूक्लियर बॉम कार्यक्रम के जनक को मार दिया था। इजरायल-ईरान एक-दूसरे के कट्टर दुश्मन हैं। ईरान को इजरायल से बदला लेना था,जो उसने हमास के बदले इजरायल से ले लिया। 

इजरायल की अंदरूनी कहल ने दिया हमास को मौका 

इजरायल के पीएम  Benjamin Netanyahu पर बीते कुछ सालों में सत्ता की बढ़ाने और न्यायलय की शक्ति घटाने का आरोप लगा है। इससे इजायरली नागरिक खुश नहीं थी। यहां तक सैनिक ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था ऐसे में ये हमास के लिए युद्ध छेड़ने की परफेक्ट टाइमिंग थी। 

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