मुस्लिम महिलाओं ने गुरू महंत बालक दास की आरती उतारी और रामनामी दुपट्टा भेंट किया। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के पूर्वांचल प्रभारी एवं महानगर संयोजक ने गुरू बालक दास को माल्यार्पण कर सलामी पेश की। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गुरूपूर्णिमा पर अपने गुरू को सम्मान देकर यह संदेश दिया कि धर्म और जाति से ऊपर होता है गुरू। गुरू वही है जो सच्चे मन से इंसानियत, मानवता और देशभक्ति का पाठ पढ़ाता हो। जो नफरत फैलाता है, समाज और देश तोड़ने की बात करता है वह किसी का गुरू नहीं हो सकता।