पुणे. सरहद पर देश के लिए लड़ने वाले जांबाज़ योद्धाओं से मिलना आम आदमी को कम ही नसीब होता है लेकिन पुणे जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट में बैठे लोग खुशकिस्मत थे जिन्होंने कारगिल युद्ध में देश के लिए जंग लड़ने वाले सूबेदार मेजर सिंह के साथ सफर करने का मौका मिला।  

परमवीर चक्र विजेता के लिए खास अनाउंसमेंट 

दरसल पुणे जा रही इंडिगो की फ्लाइट में सूबेदार मेजर संजय कुमार जिन्हे राइफल मैंन भी कहा जाता है, सफर कर रहे थे, तभी फ्लाइट में पायलट ने अनाउंसमेंट किया 'हमारे बीच एक खास शख्स बैठा है, जी हाँ फ्लाइट में कारगिल हीरो और परमवीर चक्र से सम्मानित संजय कुमार हैं , जिन्हे नहीं पता की परमवीर चक्र क्यों दिया जाता है,उन्हें बता दें कि भारत के इतिहास में आज तक सिर्फ 21 वीरों को ये सम्मान मिला है। इसके बाद इंडिगो  ने उन्हें सम्मानित किया और फ्लाइट में बैठे यात्रियों ने उन्हें सलूट किया।  

कारगिल  में पॉइंट 4875 के हीरो हैं संजय कुमार 

कारगिल युद्ध में अपने कंधे पर गन मशीन रख कर संजय ने दुश्मनो को खूब दौड़ाया। संजय का जन्म हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में 3 मार्च 1976 को हुआ  था, 1996 में उनकी एंट्री भारतीय सेना में हो गयी और जम्मू कश्मीर राइफल्स में तैनाती मिल गयी।  1999 में कारगिल युद्ध छिड़ गया।  4 जुलाई 1999 को संजय को मुश्कोह घाटी में उनकी सेना के साथ पॉइंट 4875 के टॉप एरिया में तिरंगा फहराने का आदेश मिला, संजय जैसे ही लक्ष्य की तरफ बढे दुश्मन ने हमला कर दिया, एक के बाद एक हमले से संजय और उनकी यूनिट लड़ती जा रही थी, इस दौरान कई जवान  शहीद हो गए। लेकिन  संजय और उनके साथी दुश्मन के नज़दीक पहुँच गए, और संजय ने दुश्मनो को दौड़ा दौड़ा कर मार गिराया, संजय के शरीर में कई गोलियां लगी लेकिन अपने लक्ष्य पर उन्होंने तिरंगा फहराया।  उनकी वीरता के कारण मुश्कोह घाटी में भारतीय सेना का कब्ज़ा हो पाया।   

इंडिगो ने अपने ट्विटर अकाउंट से सिर किया वीडियो 

अपने ट्विटर अकाउंट से इंडिगो ने वीडियो शेयर किया जिसे लोग बहुत पसंद कर रहे हैं इंडिगो ने लिखा है ' हीरो के साथ उड़ान  '  सूबेदार मेजर संजय कुमार जी परम वीर चक्र विजेता। 

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