4 साल का अनुभव। 28 लाख सालाना कमाई। अब उनकी 45 लाख रुपये सालाना पैकेज की अपेक्षा थी। मतलब वेतन में सीधे 17 लाख रुपये की बढ़ोत्तरी। एचआर ने कैंडिडेट की स्क्रीनिंग की तो कहा कि नौकरी पर रखने को लोन के लिए अप्लाई करना होगा।
Viral News: आमतौर पर बेहतर अवसर की तलाश में लोग नयी जॉब की तलाश करते हैं। सैलरी में बढ़ोत्तरी कैंडिडेट के स्किल और अनुभव पर निर्भर करती है। हाल ही में वंशिव टेक्नोलॉजीज के संस्थापक और सीईओ गौरव खेत्रपाल ने इसी सिलसिले में एक ट्विट किया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
अनुभव 4 वर्ष-मौजूदा वेतन 28 लाख-अपेक्षा 45 लाख रुपये सालाना
उन्होंने एक्स पर किए गए पोस्ट में लिखा है कि एक अच्छे कैंडिडेट को उसकी हाई सैलरी पाने की अपेक्षाओं की वजह से छोड़ना पड़ा। उसके पास 4 साल का अनुभव था। 28 लाख सालाना कमा रहा है। अब उनकी 45 लाख रुपये सालाना पैकेज की अपेक्षा थी। मतलब वेतन में सीधे 17 लाख रुपये की बढ़ोत्तरी। उन्होंने एचआर से कैंडिडेट की स्क्रीनिंग करने को कहा। खेत्रपाल ने अपने पोस्ट में एचआर के साथ बातचीत का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है। उसमें लिखा है कि हमें उसे नौकरी पर रखने के लिए लोन लेना होगा।
That moment when you come across a really good candidate. You ask HR to screen the candidate & they report the numbers
— Gaurav Kheterpal (@gauravkheterpal) March 13, 2024
-4 Yrs Exp
-Current CTC: 28 Lacs
-Expected CTC: 45 Lacs
Read it again- this is 4 Years Experience. All you can do -pass it off with a bit of humour#startup pic.twitter.com/inxIP0uewU
3 लाख से ज्यादा बार देखा गया पोस्ट
खेत्रपाल का यह ट्विट सोशल मीडिया पर 3 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है। यूजर्स भी अलग-अलग कमेंट कर रहे हैं। कुछ लोगों का तर्क है कि कंपनियों को हुनरमंद लोगों को ज्यादा सैलरी देने से पीछे नहीं हटना चाहिए। कुछ लोगों का कहना है कि सिर्फ 4 साल के एक्सपीरियंस पर सैलरी में दी जा रही रकम ज्यादा है। एक यूजर कहते हैं कि अनुभव से किसी भी व्यक्ति का वेतन तय नहीं किया जा सकता। यदि आपको लगता है कि वह शख्स आपका काम कर सकता है और आप उसे अफोर्ड कर सकते हैं तो कोशिश करनी चाहिए। टैलेंट खोजना आसान नहीं है।
खेत्रपाल खुद 4 साल के अनुभव पर पाते थे 6.5 लाख सैलरी
खेत्रपाल ने जवाब देते हुए कहा कि निवेशक फंडिंग वाली कंपनियों के लिए यह लॉजिक ठीक है। पर हमारी जैसी छोटी सेवा कंपनियों के लिए नहीं। अपने बारे में बताते हुए वह खुद कहते हैं कि जब उनके पास 4 साल का अनुभव था। तब उनका वेतन 6.5 लाख रुपये सालाना था। एक अन्य यूजर ने कहा कि कंपनियों को यह साफ कर देना चाहिए कि वह किसी भूमिका के लिए कितना वेतन दे रहे हैं। इससे दोनों का समय बचेगा। एक अन्य यूजर टिप्पणी करते हुए कहते हैं कि उसे इक्विटी की पेशकश करें। खेत्रपाल के ट्विट पर लोगों ने तरह-तरह के राय दिए। यह भी कहा कि नौकरी के विवरण में सैलरी भी एड करना चाहिए ताकि आवेदक को पता रहे और दोनों पक्षों का समय बर्बाद न हो।
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Last Updated Mar 14, 2024, 4:04 PM IST