जानिए कैसे उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के दयाशंकर गुप्ता ने एक छोटे से आइडिया से करोड़ों का एलईडी लाइट कारोबार खड़ा किया। घर-घर जाकर कांच की लाइट बेचने से लेकर नेशनल लेवल पर एलईडी लाइट्स सप्लाई करने तक का उनका यह सफर प्रेरणादायक है।
जानिए राकेश गंगवाल की प्रेरणादायक कहानी, जिन्होंने IIT कानपुर से पढ़ाई कर भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की स्थापना की। उनकी नेटवर्थ अब 50,000 करोड़ रुपये से भी अधिक है।
रांची की नीता सिंह ने परिवार के तानों के बावजूद अपने पौधों के पैशन को बिजनेस में बदल दिया। आज उनके कस्टमाइज प्लांट्स का क्रेज इतना बढ़ गया है कि सरकार भी उनकी ग्राहक बन चुकी है। जानें नीता की सफलता की कहानी।
सोनभद्र की महिलाएं इस दीपावली पर इको-फ्रेंडली गणेश-लक्ष्मी मूर्तियां बना रही हैं, जो गाय के गोबर, पंचगव्य और बीजों से निर्मित हैं। यह अनोखा प्रयोग न केवल पर्यावरण की रक्षा कर रहा है, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भरता का अवसर भी दे रहा है।
जानिए कैसे हितेश चमनलाल दोशी साधारण परिवार से आकर बने मार्केट लीडर। 5000 रुपये उधार लेकर छोटे बिजनेस की शुरूआत की और 42,000 करोड़ रुपये की कंपनी, वारी एनर्जीज़ लिमिटेड, खड़ी कर दी।
जानिए किसान परिवार में जन्मे राममूर्ति त्यागराजन की प्रेरक कहानी, जिन्होंने अरबों की संपत्ति के बावजूद सादगी से जीवन जीते हुए 6000 करोड़ रुपये कर्मचारियों के साथ बांटे।
मध्य प्रदेश के सागर के अंकित जैन ने दिवाली पर मां को दिया सबसे अनमोल गिफ्ट, वर्दी में सामने आकर मां का सपना किया पूरा। पिता के निधन के बाद फाइनेंशियल क्राइसिस झेली और कोचिंग के जरिए खुद को संभाला था।
यूपी के बुलंदशहर जिले की अनुकृति तोमर ने पिता की राह पर चलकर यूपीएससी क्रैक किया। आइए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी।
नासिक के भूषण उगले ने नौकरी न मिलने पर गोलगप्पे का बिजनेस शुरू किया और आज लाखों रुपये कमा रहे हैं। "बीएससी पाणीपुरीवाला" के नाम से मशहूर भूषण ने हाइजेनिक पाणीपुरी पेश की, जो लोगों के बीच पॉपुलर हुई।
दिल्ली के चार्टर्ड अकाउंटेंट साहिल जैन और उनकी मां मीना ने ‘माइटी मिलेट्स’ नाम से एक हेल्दी स्नैक्स ब्रांड की शुरुआत की। बड़े होटलों में पॉपुलर, बिना प्रिजर्वेटिव्स वाले मिलेट्स बेस्ड प्रोडक्ट्स से उनका कारोबार अब 50 लाख सालाना कमाई कर रहा है।