पिछली सुनवाई के दौरान आरबीआई की ओर से पेश वकील राम जेठमलानी, रमेश बाबू ने कहा कि सभी अधिकारियों को राशि स्थानांतरण के लिए विशेष व्यवस्था को अपनाने को कहा गया था। इसके बावजूद उन्होंने इस व्यवस्था को नहीं अपनाया और सीधे पैसे भेज दिए। इसकी जांच करने को भी कहा गया तो जवाब आया कि जांच कर ली गई है जबकि कोई जांच नहीं कि गई थी।