माना जा रहा है कि आगामी 13 फरवरी सभी विपक्षी दल इस बैठक में शामिल होंगे। विपक्षी दल जेएनयू हिंसा, सीएए और एनआरसी समेत कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे और इसके जरिए भाजपा से लड़ने के लिए भूमिका तैयार करेंगे। विपक्षी दलों की नजर दिल्ली विधानसभा चुनाव पर लगी है। क्योंकि दिल्ली के परिणाम भविष्य की कई संभावनाओं की ओर इशारा करेंगे।