सूत्रों ने कहा कि दोषी पाए गए सभी लोगों को आजीवन कारावास की सजा होती है या नहीं, इसकी पुष्टि होने में 2 से 3 महीने का समय लगेगा। इस कथित डांगरी एनकाउंटर के मामले में एसजीसीएम ने यह आदेश दिया है, जिसमें पांच युवाओं प्रबिन सोनोवाल, प्रदीप दत्ता, देबजीत विश्वास, अखिल सोनोवाल और भाबेन मोरन को निर्दयिता से मार दिया गया था।