पूरा बवाल खड़ा हुआ है नाइकी द्वारा अमेरिका में नस्लभेद का विरोध करने वाले फुटबॉलर कॉलिन केपरनिक को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने की वजह से। कॉलिन अमेरिका में नस्लभेद के खिलाफ अपना विरोध जताने के लिए फुटबॉल मैच से पहले हो रहे राष्ट्रगान के दौरान घुटनों के बल बैठ गए थे। उनके साथ बाकी कुछ खिलाड़ियों ने भी विरोध स्वरूप ये तरीका अपनाया।

This is how I feel about @Nike bye 👋🏼 bye 👋🏼 forever ! I stand with our men and women the real heroes for this great nation #America 🇺🇸 pic.twitter.com/kczvfm3yWe

— Kaya Jones (@KayaJones) September 5, 2018

 

Nike made a big mistake! I only support companies that support America🇺🇸 pic.twitter.com/2vPGs9IoXq

— Peyton Saxton (@saxtonpeyton10) September 5, 2018


2016 में कॉलिन केपरनिक एक टूर्नमेंट के दौरान विरोध में राष्ट्रगान के वक्त खड़े नहीं हुए थे और घुटनों के बल बैठ गए थे। उस वक्त कुछ खिलाड़ियों ने उनका समर्थन किया था तो कुछ लोगों ने विरोध किया था। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भी उनके व्यवहार को अनुचित बताया था। 

 


कॉलिन केपरनिक के साथ नाइकी के करार के बाद एड का टैगलाइन बेहद कड़ा है। नाइकी ने टैगलाइन लिखा है है, “जिस चीज में आप यकीन करते हैं उस पर आप यकीन बरकरार रखें, भले ही इसके लिए बहुत कुछ त्याग करने की भी जरूरत हो”।


नाइकी के इस ऐड कैंपने को अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने खराब फैसला करार दिया है। 


जहां नाइकी के इस फैसले का विरोध हो रहा है वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसके समर्थन में भी उतरे हैं। लोगों ने नाइकी के इस अभियान को बेहद ही साहसिक कदम बताया है।
 

Dear @realDonaldTrump ,not standing for national anthem is not being against anthem&ideas of country,but misuse&distortion of anthem&ideas of the country & American Dream.
Make America great for the first time is one of the most genius phrases of recent times.#Kaepernick #Nike pic.twitter.com/2loJb0Iy36

— Julia Maslova (@juliemasslove) September 4, 2018