अंतरराष्ट्रीय आतंकी हाफिज सईद को करारा झटका देते हुए सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक ने उसके प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा के राजनीतिक धड़े मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) के फेसबुक पेज को डिलीट कर दिया है। उसकी पार्टी के कई नेताओं के फेसबुक एकाउंट भी बंद कर दिए गए हैं। एमएमएल के फेसबुक पेज पर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट की वजह से फेसबुक की लीगल टीम ने बिना कोई कारण बताए ये कार्रवाई की है। 

हाफिज सईद ने पाकिस्तान में होने वाले चुनावों में हिस्सा लेने के लिए अगस्त 2017 में मिल्ली मुस्लिम लीग की स्थापना की थी। हालांकि, पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने एक राजनीतिक पार्टी के रूप में एमएमएल का नामांकन रद्द कर दिया था। इसके बाद एमएमएल ने पाकिस्तान की सबसे पुरानी इस्लामिक पार्टी अल्लाह-हो-अकबर तहरीक (एएटी) से हाथ मिला लिया था। उसके कई प्रत्याशी इसी पार्टी के बैनर तले चुनाव लड़ रहे हैं। 

कुछ महीने पहले फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा था कि उनकी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करने की होगी कि सोशल नेटवर्किंग साइट पर सकारात्मक बहस को बढ़ावा दिया जाए और पाकिस्तान, भारत, ब्राजील और मेक्सिको समेत दूसरे देशों में होने वाले चुनावों में किसी तरह के गलत हस्तक्षेप को रोका जाए। 

'पाकिस्तान ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में फेसबुक के अधिकारियों ने पाकिस्तान के चुनाव आयोग से संपर्क साध 25 जुलाई को होने वाले आम चुनाव के लिए खास ट्रेंड बनाने की पेशकश की थी। यही नहीं फेसबुक की ओर से स्थानीय अधिकारियों को राजनीतिक दलों के नकली पेजों की पहचान करने और उन्हें डिलीट करने में मदद देने का ऑफर भी दिया था। इस बीच, एमएमएल के प्रवक्ता तबिश कय्यूम ने कहा है कि फेसबुक ने बिना कोई कारण बताए उनकी पार्टी, प्रत्याशियों और कई कार्यकर्ताओं के फेसबुक पेज बंद कर दिए हैं। फेसबुक का यह कदम उसकी अपनी नीतियों का उल्लंघन और अभिव्यक्ति की आजादी पर रोक लगाने जैसा है। उन्होंने कहा, 'पाक में चुनाव होने ही वाले हैं। सभी राजनीतिक दल इसके लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे समय में एमएमएल के प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं के एकाउंट डिलीट करना अन्याय है।' 

हाफिज सईद के जमात-उद-दावा को अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र दोनों ने ही आतंकी संगठन घोषित कर रखा है। यह लश्कर-ए-तैय्यबा का मुखौटा संगठन है। लश्कर ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले को अंजाम दिया था। इन हमलों में 160 लोग मारे गए थे। अक्सर भारत के लिए जहर उगलने वाले हाफिज सईद की चुनावी पार्टी एमएमएल पर भी अमेरिका ने इस साल अप्रैल में प्रतिबंधित कर दिया था।