इस्राइल ने सीरियाई क्षेत्र से मिसाइल दागे जाने के जवाब में सोमवार तड़के सीरिया में ईरानी ठिकानों को निशाना बनाया। सीरिया में जंग पर नजर रखने वाली एक संस्था ने कहा है कि हमले में कम से कम 11 लड़ाके मारे गए हैं। सीरियाई क्षेत्र से मिसाइल छोड़ने के लिए इस्राइल ने ईरान को जिम्मेदार ठहराया है। उसका कहना है कि मिसाइल दागे जाने के जवाब में उसके लड़ाकू विमानों ने ईरानी ठिकानों को निशाना बनाया। 

इस्राइली सेना के प्रवक्ता जोनाथन कोनरिकस ने कहा कि ईरानी सैनिकों की ओर से हमला किया गया। यह कोई प्रॉक्सी वॉर नहीं है। न ही शिया विद्रोहियों या सीरियाई सुरक्षाबलों की करतूत है। ईरानी सैनिकों ने ईरान निर्मित मिसाइलों से दमिश्क के पास से संप्रभु इस्राइल पर हमला किया। इस्राइल ने कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने एक आयुध भंडार, दमिश्क अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास एक ठिकाने और ईरानी खुफिया प्रतिष्ठान तथा ईरानी सैन्य प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया। 

ब्रिटेन स्थित संस्था ‘सीरियन ऑब्जरवेटरी फार ह्यूमन राइट्स’ ने कहा है कि इस्राइल के हमले में दो सीरियाई नागरिकों सहित कम से कम 11 लड़ाके मारे गए। ऑब्जरवेटरी के प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने बताया कि इजराइल ने दक्षिण दमिश्क के करीब ईरानी और सीरियाई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। 

उन्होंने बताया कि लेबनानी शिया विद्रोही हिजबुल्ला और ईरानी लड़ाकों के आयुध भंडार सहित कई ठिकानों को निशाना बनाया गया। हमले का यह सिलसिला रविवार को शुरू हुआ । 

रूस ने कहा है कि इस्राइल के हमले में चार सीरियाई सैनिकों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। दमिश्क हवाई अड्डे को भी नुकसान पहुंचा है। सीरिया ने हमले के लिए इस्राइल पर दोष मढ़ा। सीरिया की समाचार एजेंसी सना ने सैन्य सूत्र के हवाले से कहा है कि इस्राइल के हमले के बाद सीरिया ने भी कार्रवाई की।