नई दिल्ली: पाकिस्तान स्थित जैश ए मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर लगातार आतंकी गतिविधियों में शामिल रहकर शायद थक गया है। उसने अपने आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद की कमान अपने छोटे भाई अब्दुल रऊफ असगर को सौंप दी है। यही नहीं मसूद ने जैश ए मोहम्मद का नाम बदलकर मजलिस-वुरासा-ए-शहीदा-जम्मू कश्मीर रख दिया है। 

दरअसल मसूद अजहर को ग्लोबर टेरोरिस्ट घोषित किया जा चुका है। जिसकी वजह से पूरी दुनिया की नजर उसपर है। वह कुछ भी गतिविधि करे तो तुरंत नजर में आ जाता है। इससे बचने के लिए उसने अपने भाई को इस आतंकी संगठन की कमान सौंपी है। 

इसके अलावा खबर यह भी है कि मसूद अजहर काफी बीमार है। उसकी रीढ़ की हड्डी में परेशानी आ रही है। जिसकी वजह से उसे चलने फिरने और उठने बैठने में मुश्किल हो रही है। वह एक तरह के विकलांग हो गया है और कहींम आ जा नहीं पाता है। इसलिए ऐसा शक है कि स्वास्थ्य कारणों से भी उसने अपने भाई को इस आतंकी संगठन की कमान सौंपी है। 

बीमार मसूद अज़हर इन दिनों पाकिस्तान के बहावलपुर में मरकज़ उस्मान-ओ-अली में रह रहा है। लेकिन अपनी बुरी हालत के बावजूद मसूद भारत के खिलाफ साजिश रचने से बाज नहीं आ रहा है। उसने 30 आत्मघाती फिदायीन हमलावरों का जत्था तैयार करवाया है। जो भारतीय सेना की छावनियों या फिर सुरक्षा बलों के काफिले पर  हमला करने की तैयारी कर रहे हैं। 

मसूद के भाई रऊफ ने ही पिछले दिनों बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के ट्रेनिंग सेन्टर को फिर से सक्रिय किया है। वह पाकिस्तान के अलग अलग  हिस्सों से आतंकियों के जत्थों की भर्ती करने में जुटा हुआ है। 

मसूद अजहर का संगठन जैश ए मोहम्मद भारतीय संसद, मुंबई, पुलवामा, उरी समेत कई घातक  आतंकी हमलों में शामिल रह चुका है। लेकिन वह विश्व समुदाय द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किए जाने के बाद भी पाकिस्तान में खुलेआम रह रहा है।