अमेरिकी विदेश विभाग ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट ‘कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज्म’ में आतंकवाद निरोधक कार्रवाई को लेकर भारत की प्रशंसा की। साथ ही कहा, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तय्यबा जैसे आतंकवादी समूह लगातार क्षेत्रीय खतरा पैदा कर रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने महत्वपूर्ण आतंकवाद रोधी कदमों के लिए भारत की प्रशंसा की है। अमेरिकी विदेश विभाग के एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने आईएसआईएस और अलकायदा जैसे आतंकवादी संगठनों के खतरों पर कड़ी नजर रखी। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन भारत में अपना हमला जारी रखे हुए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट ‘कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज्म’ में कहा कि भारतीय नेतृत्व ने घरेलू स्तर पर आतंकी हमलों को रोकने और अमेरिका तथा समान विचारधारा वाले देशों के साथ मिलकर आतंक के षड्यंत्रकारियों को न्याय के कठघरे में लाने का संकल्प व्यक्त किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तय्यबा जैसे आतंकवादी समूह लगातार क्षेत्रीय खतरा पैदा कर रहे हैं। पाकिस्तान ने 2017 में आतंकवाद पर अमेरिका की चिंताओं पर पर्याप्त रूप से ध्यान नहीं दिया। हालांकि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अल-कायदा कमजोर पड़ा है लेकिन भारतीय उपमहाद्वीप में इसका क्षेत्रीय संगठन अल-कायदा क्षेत्र में अपनी गतिविधियां जारी रख रहा है।
विदेश विभाग की रिपोर्ट कहती है, 2017 में जम्मू कश्मीर समेत भारत के कई हिस्सों पर आतंकवाद ने बहुत बुरा असर डाला तथा मध्य भारत के कई हिस्सों में माओवादी सक्रिय बने हुए हैं। ‘भारत अब भी हमलों से दो चार हो रहा है। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन, जनजातीय एवं माओवादी चरमपंथी उसे अपना निशाना बना रहे हैं। भारतीय प्रशासन ने जम्मू कश्मीर में सीमापार हमलों के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है।’
रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने अपनी सीमा के अंदर आतंकवादी गतिविधियों का पता लगाने, उसे अवरुद्ध करने और उसका शमन करने के लिए लगातार दबाव बनाया हुआ है। विदेश विभाग ने कहा कि 2017 के दौरान भारत ने अमेरिका के साथ आतंकवाद निरोधक सहयोग बढ़ाने और सूचनाओं के आदान-प्रदान पर जोर दिया और उस सिलसिले में दिल्ली में आतंकवादी संगठनों को नामजद कर उन्हें काली सूची में डालने पर पहली बार विशेष शीर्ष स्तरीय वार्ता हुई। उसी साल भारत और अमेरिका ने अलकायदा, आईएसआईएस, जैश ए मोहम्मद, लश्कर ए तैयबा और डी कंपनी समेत विभिन्न संगठनों के आतंकवादी खतरों के खिलाफ सहयोग मजबूत करने का संकल्प लिया।
जून, 2017 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को आतंकवादी संगठनों को नामित करने के संदर्भ में अधिकारियों को एक व्यवस्था तैयार करने का निर्देश दिया था। रिपोर्ट कहती है कि भारत ने आईएसआईएस और अलकायदा जैसे आतंकवादी संगठनों के खतरों पर कड़ी नजर रखी। अमेरिकी विदेश विभाग ने आतंकवादी कार्रवाइयों के लिए भारत की प्रशंसा की। अमेरिकी विदेश विभाग पर अमेरिकी संसद कांग्रेस ने ऐसी रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी डाल रखी है। (इनपुट पीटीआई से)
Last Updated Sep 20, 2018, 3:33 PM IST