अगले महीने शुरू होने जा रहे एशियाई खेलों से पहले जकार्ता को अपराधियों से मुक्त बनाने के लिए इंडोनेशिया पुलिस एक अभियान चला रही है। दो जुलाई से शुरू हुए अभियान के दौरान अब तक 2,000 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यहीं नहीं पुलिस ने कार्रवाई का विरोध करने पर 52 लोगों को गोली भी मार दी, जिनमें से 11 ने दम तोड़ दिया। जकार्ता में सड़क पर होने वाले अपराधों की दर बहुत अधिक है। 

जकार्ता के पुलिस प्रवक्ता प्रबोओ अर्गो युवोनो ने बताया कि चोर, ठगों और दूसरे अपराधियों के खिलाफ दो महीने का अभियान शुरू किया गया है, ताकि एशियाई खेलों की सुरक्षा को और पुख्ता किया जा सके। ये खेल 18 अगस्त से 3 सितंबर के बीच जकार्ता और पालेमबाग में होंगे। पुलिस कड़े कदम उठाने में हिचक नहीं रही है। जो संदिग्ध गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं, उन्हें गोली तक मारी जा रही है। इस काम के लिए 1,000 जवानों लगाया गया है। सभी को 16 टीमों बांटा गया है। इन्हें शहर  के अपराध संभावित इलाकों में कड़ी निगरानी रखने को कहा गया है। 

मानवाधिकार निगरानी समूह ने इस तरह गोली मारे जाने की घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि इससे जकार्ता की सुरक्षा का मुद्दा हल नहीं होगा। समूह के इंडोनेशिया के अनुसंधानकर्ता एंड्रेस हारसोनो ने कहा, एशियाई खेल जरूरत से ज्यादा बल के प्रयोग की पूर्व शर्त नहीं हो सकते। उन्होंने कहा, यही बेहतर होगा कि जकार्ता सरकार और पुलिस यातायात ढांचे, फुटपाथ और चौराहों को खाली कराए और अपना काम करे। गिरफ्तारी के अलावा, जकार्ता में 1,500 संदिग्ध अपराधियों को सुधार गृहों में जाने का आदेश दिया गया है। अगस्त में होने वाले एशियाई खेलों के दौरान यहां 9,000 खिलाड़ी, कई पत्रकारों और अधिकारियों के आने संभावना है।