पेरिस--फ्रांस में दो महिलाओं से बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे इस्लामिक विद्वान तारिक रमजान को अपीली अदालत में गवाही के बाद सशर्त जमानत दे दी गई।

पेरिस की एक अदालत में 56 वर्षीय इस्लामिक विद्वान रमजान ने अपनी रिहाई के लिए जोरदार तरीके से दलील दी जिसके बाद फैसला उनके पक्ष में आया। वह दो फरवरी से ही हिरासत में था।

उसे 3,40,000 डॉलर के मुचलके पर जमानत दी गई। साथ ही अदालत ने तारीक रमजान को अपना पासपोर्ट जमा करने का भी आदेश दिया है। अदालत ने उन्हें सप्ताह में एक बार पुलिस के सामने हाजिरी लगाने का भी आदेश दिया है।

तारीक रमजान चार बच्चों के पिता हैं और उनके उपर साल 2009 और 2012 में दो महिलाओं के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा है। इसमें से एक पीड़िता विकलांग है और दूसरी महिला कार्यकर्ता है।

रमजान ने न्यायाधीशों से कहा, ‘‘मैं फ्रांस में ही रहूंगा और अपने सम्मान तथा बेगुनाही का बचाव करूंगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि आप अपनी अंतरात्मा की आवाज सुने इसलिए नहीं कि मेरा नाम तारिक रमजान है और मेरी छवि इस देश में शैतान जैसी बना दी गई है।’’

पिछले साल ‘मी टू’ अभियान के बीच बलात्कार के आरोप सामने आने पर ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर को छुट्टी पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। रमजान के दादा ने मिस्र की मुस्लिम ब्रदरहुड पार्टी की स्थापना की थी।