अधिकारी रोहिंग्या शरणार्थियों को बृहस्पतिवार से बौद्ध बहुल म्यामांर वापस भेजे जाने की योजना बना रहे हैं। ये शरणार्थी म्यामांर में हुई हिंसा के बाद वहां से भाग निकले थे।
तेकनाफ—बांग्लादेश में इस समय लाखों की संख्या में म्यांमार से भाग कर आए रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थी रह रहें हैं। अब यही रोहिंग्या शरणार्थी बांग्लादेश के लिए के लिए परेशानी का कारण बन गए हैं। बांग्लादेश की सरकार उन्हें वापस म्यांमार भेजना चाहती है लेकिन ये लोग वापास नहीं जाना चाहते हैं।
इस कारण रोहिंग्या शरणार्थी जबरन वापस म्यामांर भेजे जाने से बचने के लिए बांग्लादेश के शरणार्थी शिविरों से भाग रहे हैं। इस बात की जानकारी रोहिंग्या समुदाय के नेताओं ने दी।
अधिकारी रोहिंग्या शरणार्थियों को बृहस्पतिवार से बौद्ध बहुल म्यामांर वापस भेजे जाने की योजना बना रहे हैं। ये शरणार्थी म्यामांर में हुई हिंसा के बाद वहां से भाग निकले थे।
समुदाय के नेताओं के मुताबिक इस संभावना ने शिविरों में रह रहे लोगों को आतंकित कर दिया और कुछ ऐसे परिवार, जिन्हें सबसे पहले वापस भेजा जाना था, वहां से फरार हो गए।
जामतोली शरणार्थी शिविर के नूर इस्लाम ने कहा, “अधिकारी शरणार्थियों को लगातार वापस जाने के लिए प्रेरित करने का प्रयास कर रहे हैं। पर इसके उलट वह भयभीत होकर दूसरे शिविरों में भाग रहे हैं।”
योजना के तहत बृहस्पतिवार से करीब 2,260 रोहिंग्या मुसलमानों को दक्षिणपूर्वी कॉक्स बाजार जिले की सीमा से स्वदेश वापस भेजा जाना है।
Last Updated Nov 13, 2018, 1:47 PM IST