वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उनके खिलाफ महाभियोग का मामला धोखाधड़ी है और उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी के एडम शिफ के खिलाफ जांच की मांग की। दरअसल शिफ ने ही ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू की है।

ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा,‘‘महाभियोग की जांच धोखाधड़ी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ मेरी बहुत अच्छी बातचीत हुई थी। यह बेहद आत्मीय और बहुत अच्छी बातचीत थी।’’ अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेटिक सांसद इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या ट्रंप के खिलाफ महाभियोग का मामला चलाने का कोई आधार है।

आरोप है कि ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से 25 जुलाई को टेलीफोन पर हुई बातचीत में डेमोक्रेटिक पार्टी से अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के खिलाफ जांच करने को कहा था।

इस पर ट्रंप ने कहा कि उनके खिलाफ महाभियोग का मामला चलाने की कुछ लोग जो कोशिश कर रहे हैं उन्होंने केवल ‘व्ह्सिल ब्लोअर’ रिपोर्ट देखी है और उन्हें मेरे और यूक्रेन के राष्ट्रपति के बीच हुई बातचीत के बारे में कुछ भी पता नहीं है।

ट्रंप ने कहा, ‘‘विरोधियों,विपक्षियों, डेमोक्रेट्स, कट्टरपंथी वाम दल, जो भी आप उन्हें कहना चाहें...उन्होंने जो गलती की वह यह कि बातचीत के बारे में जाने बगैर वह व्ह्सिल ब्लोअर रिपोर्ट ले आए ।’’

ट्रंप ने कहा कि अगर उन्होंने एक भी दिन इंतजार किया होता तो नैंसी पेलोसी मूर्ख साबित नहीं होतीं और वह वही कह पातीं जो मैंने कहा था।

ट्रंप ने हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के अध्यक्ष एडम शिफ के खिलाफ जांच की मांग की।

ट्रंप ने कहा,‘‘उन्होंने एक भाषण दिया और उनका भाषण एक धोखा था। उन्होंने जो कुछ भी कहा वह एक धोखा था। वह ऐसे बोलते चले गए जैसे मैंने इसे लिखा हो। उन्होंने अमेरिकी लोगों को धोखा दिया। उन्होंने संसद को धोखा दिया। उन्होंने खुद को और अपने परिवार को धोखा दिया।’’ ट्रंप ने हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी की भी आलोचना की।

ट्रंप ने कहा,“नैंसी पेलोसी इस सब के बारे में जानती थीं। मेरा मतलब है, वह उतनी ही दोषी हैं जितना कि वह। वह इस बारे में सब जानती थीं, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया।

ट्रंप ने कहा कि अच्छा काम करने के लिए कोई राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग नहीं चला सकता।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है)