इस्लामाबाद: पाकिस्तान में लोगों की हैरत का उस समय कोई ठिकाना नहीं रहा, जब उन्हें सुबह उठने पर राजधानी इस्लामाबाद की सड़कों पर अखंड भारत के पोस्टर दिखाई दिए। इन पोस्टरों पर शिवसेना नेता संजय राउत की तस्वीर थी। जिसके उपर लिखा था महा भारत(विशाल भारत)। इस पोस्टर के नीचे शिवसेना के नेता संजय राउत का वो बयान लिखा था जिसमें कहा गया था  'आज जम्मू-कश्मीर लिया है, कल बलूचिस्तान, पीओके लेंगे। मुझे विश्वास है कि देश के प्रधानमंत्री अखंड हिन्दुस्तान का सपना पूरा करेंगे।

खास बात यह है कि यह पोस्टर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के आधिकारिक निवास और वहां की संसद जाने वाले रास्ते पर लगाया गया था। इन बैनरों को इस्लामाबाद में नेशनल प्रेस क्लब के सामने एक व्यस्त सड़क पर बिजली के खंभे पर लगाए गए थे। सुबह होने पर सबसे पहले अपने काम पर जा रहे स्थानीय लोगों ने इन पोस्टरों को देखा। 

लोग यह देखकर हैरान रह गए कि पाकिस्तान के बीचोबीच कौन आकर भारत के समर्थन में पोस्टर लगाकर चला गया। लोगों ने इन पोस्टरों का एक वीडियो बनाया और फिर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। जो कि देखते ही देखते वायरल भी हो गया। 

इसके बाद पाकिस्तान की एजेन्सियां होश में आईं और तुरंत पोस्टरों को हटाने का आदेश दिया गया। पुलिस ने राजधानी क्षेत्र से यह पोस्टर हटाते हुए यह पता लगाने के लिए एक जांच शुरू कर दी है कि ऐसा किसने किया था। इन सभी पोस्टरों पर पाकिस्तान विरोधी बातें लिखी हुई हैं। 

 सोशल मीडिया पर इन पोस्टरों के वीडियो वायरल होने के कुछ घंटों बाद पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि उसी के प्रिंटिंग प्रेस में यह पोस्टर छापे गए थे। इसके लिए गुजरांवाला के एक रहने वाले एक शख्स ने ऑर्डर दिया था। पुलिस ने इस्लामाबाद में उसके प्रिंटिंग प्रेस को सील कर दिया है और पूछताछ के लिए उसे हिरासत में ले लिया है। 

 इस्लामाबाद के जिला मजिस्ट्रेट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए वहां के महानगर निगम को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिसमें सवाल पूछा गया है कि इन बैनरों को हटाने में उन्हें पांच घंटे क्यों लगे। 

जिन इलाकों में यह पोस्टर लगाए गए हैं वहां कई देशों के दूतावासों के अलावा विदेश मंत्रालय सहित कई विशिष्ट इमारतें हैं। वहां ऐसे बैनरों का लगना पाकिस्तानी ज़िला प्रशासन, पुलिस और अन्य एजेंसियों पर सवाल खड़े करता है। 

पाकिस्तानी लोग सोशल मीडिया पर अपने यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि यह हमारी कानून व्यवस्था की विफलता है कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में भारतीयों ने इस तरह के बैनर लगा दिए और हम उन्हें रोक नहीं पाए।