दुर्गा अष्टमी (Masik Durgashtami) को मासिक दुर्गा अष्टमी भी कहा जाता है। कहा जाता है कि अगर मां को प्रसन्न करना है तो दुर्गाअष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए। मां दुर्गा की विधि के साथ पूजा करनी चाहिए। इससे मां प्रसन्न होती और भक्तों के कष्टों को दूर करती है।
नई दिल्ली। फरवरी को मासिक दुर्गाष्टमी(Masik Durgashtami) दो फरवरी को पड़ रही है। हिंदू शास्त्रों के मुताबिक दुर्गाष्टमी के दिन मां शुक्ति की पूजा करना काफी अहम माना गया है और इस दिन देवी मां दुर्गा की उपासना की जाती है। हिंदू शास्त्रों के मुताबिक हर माह शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली अष्टमी को ही दुर्गाष्टमी कहते हैं। इस बार ये दो फरवरी को है।
दुर्गा अष्टमी (Masik Durgashtami) को मासिक दुर्गा अष्टमी भी कहा जाता है। कहा जाता है कि अगर मां को प्रसन्न करना है तो दुर्गाअष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए। मां दुर्गा की विधि के साथ पूजा करनी चाहिए। इससे मां प्रसन्न होती और भक्तों के कष्टों को दूर करती है।
दुर्गाष्टमी को दुर्गा जी के काली, भवानी, जगदम्बा, नवदुर्गा आदि स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत भी रखा जाता है और पूजा के साथ ही मां को सुहाग का जोड़ा अर्पित किया जाता है। दुर्गाअष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि, संपन्नता की प्राप्ति होती है और मां अपने भक्तों की मनोकानाओं को पूरा करती है।
कैसे करें पूजा
दुर्गाअष्टमी के दिन सुबह नितकर्मों से के बाद स्नान करें और उसके बाद मां दुर्गा का ध्यान करें। अगर व्रत लेने में सक्षम हों तो व्रत का संकल्प लें। इसके बाद मां की पूजा करें और मां को पूजन में वस्त्र, आभूषणों द्वारा श्रंगार समर्पित करें। मां को भोग लगाएं और मां की पूजा के बाद प्रसाद वितरित करें। कन्याओं को मां दुर्गा का अवतार माना जाता है और महिलाओं के प्रति आदर भाव से रहें। तभी पूजा संपूर्ण मानी जाती है।
Last Updated Apr 22, 2022, 2:31 PM IST