उज्जैन. शिवपुराण और स्कंदपुराण में शिवजी से संबंधित अनेक उपाय बताए गए हैं। इन उपायों से हर तरह की परेशानी दूर हो सकती है। इन उपायों के बारे में सिहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा अपने प्रवचनों के दौरान बताते रहते हैं। (Pandit Pradeep Mishra Ke Upay) ये उपाय बहुत ही आसान होते हैं, जिन्हें कोई भी कर सकता है। अगर आपके जीवन में भी किसी तरह की कोई परेशानी है तो आगे बताया उपाय पूरी श्रद्धा से करें…

कब करें ये उपाय?
पंडित मिश्रा के अनुसार, यदि आपको धन की कमी है, सेहत ठीक नहीं रहती, संतान सुख नहीं है अथवा अन्य किसी भी तरह की कोई परेशानी है तो प्रदोष तिथि की शाम को एक आसान उपाय करने से आपकी हर परेशानी दूर हो सकती है। ये उपाय हर महीने में 2 बार आने वाली प्रदोष तिथि पर करना चाहिए। कम से कम एक वर्ष तक यानी 24 प्रदोष व्रत जरूर करें।

कब आती है प्रदोष तिथि?
धर्म ग्रंथों के अनुसार, प्रत्येक महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। ये तिथि जिस दिन होती है, उसी के अनुसार, इसका नाम भी होता है, जैसे यदि प्रदोष तिथि सोमवार को है, ये सोम प्रदोष कहलाएगा और यदि मंगलवार को है तो ये मंगल प्रदोष कहलाएगा। इस व्रत में शाम को शिवजी की पूजा करने का महत्व है। 

ये है उपाय
पं. मिश्रा के अनुसार, प्रदोष तिथि की शाम को पहले घर के मंदिर में शुद्ध घी का दीपक जलाएं और इसके बाद एक तांबे के लोटे में शुद्ध जल लेकर उसमें 5 बिल्व पत्र, एक शमी पत्र, 7 चावल के दानें डालकर शिवजी के मंदिर में जाएं और शिवलिंग पर अर्पित कर दें। इसके बाद कुछ देर वहां बैठकर ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। ये उपाय हर प्रदोष व्रत में करने से आपकी हर परेशानी दूर हो सकती है।

इस बात का रखें ध्यान
यदि आपने ये उपाय किसी खास कामना के लिए रखा हो और वो इच्छा जल्दी पूरी हो जाए तो भी इस उपाय को करना न छोड़ें। लगातार एक साल तक ये उपाय करते रहें। इससे शिवजी की कृपा आप पर और आपके पूरे परिवार पर बनी रहेगी।


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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।