Pride of IndiaDec 30, 2024, 9:33 PM IST
भारत का स्पाडेक्स मिशन अंतरिक्ष में दो उपग्रहों की डॉकिंग और अनडॉकिंग तकनीक का परीक्षण करेगा। जानें इसके फायदे, लॉन्च डिटेल्स और यह मिशन भारत को कैसे बनाएगा एलीट स्पेस क्लब का हिस्सा।
Pride of IndiaAug 24, 2024, 12:41 PM IST
भारत के पहले पुन: प्रयोज्य हाइब्रिड रॉकेट 'RHUMI-1' को स्पेस ज़ोन इंडिया ने चेन्नई से सफलतापूर्वक लॉन्च किया। यह रॉकेट 50 PICO और 3 क्यूब सेटेलाइट के साथ 35 किमी की ऊंचाई तक पहुंचा, जो दक्षता और ऑपरेशनल कास्ट में सुधार के लिए हाइब्रिड मोटर का यूज करता है।
NewsDec 11, 2019, 7:59 PM IST
राज्यसभा में बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल पर बहस के बीच असम, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल और मेघालय में प्रदर्शन हुए
ViewsMar 29, 2019, 8:21 PM IST
यह कोई सामान्य उपलब्धि नहीं है। लाइव उपग्रह तीव्र गति से अपने कक्ष में चक्कर लगाते रहते हैं। पृथ्वी की अपनी गति है। जो उपग्रह पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है उसकी गति उतनी ही तेज होती जाएगी। फिर उसमें निशाना लगाना उतना ही कठिन होता है। यह वैसे ही है जैसे रायफल से निकली हुई गोली को दूसरी गोली से निशाना बनाना। भारत इस मायने में भी पहला देश हो गया है जिसने पृथ्वी की कक्षा के इतने पास अपने उपग्रह को निशाना बनाया है। सिर्फ तीन मिनट में सफलतापूर्वक यह ऑपरेशन पूरा किया गया। यह अत्यंत ही कठिन ऑपरेशन था, जिसने बहुत ही उच्च कोटि की तकनीकी क्षमता की आवश्यकता थी। भारत ने ऐसा करके दुनिया में अंतरिक्ष सामरिक क्षमता की अपनी धाक जमा ली है।
NewsFeb 6, 2019, 9:54 AM IST
दक्षिण अमेरिका के उत्तर पूर्वी तट पर फ्रांस के क्षेत्र में स्थित कोउरू के एरियन लॉन्च कॉम्प्लैक्स से भारतीय समयानुसार तड़के दो बजकर 31 मिनट पर उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया। एरियन-5 यान ने करीब 42 मिनट की निर्बाध उड़ान के बाद जीसैट-31 को कक्षा में स्थापित कर दिया।
NewsDec 5, 2018, 9:57 AM IST
दक्षिण अमेरिका के पूर्वोत्तर तटीय इलाके में स्थित फ्रांस के अधिकार वाले भूभाग फ्रेंच गुयाना के कौरू में स्थित एरियन प्रक्षेपण केन्द्र से भारतीय समयानुसार तड़के दो बजकर सात मिनट पर रॉकेट ने उड़ान भरी। एरियन-5 रॉकेट ने बेहद सुगमता से करीब 33 मिनट में जीसैट-11 को उसकी कक्षा में स्थापित कर दिया।
NewsDec 4, 2018, 10:08 PM IST
भारत के अब तक के सबसे वजनी उपग्रह जीसैट-11 के फ्रेंच गुयाना से प्रक्षेपण के लिए मंगलवार को उलटी गिनती शुरू हो गई। उपग्रह का प्रक्षेपण बुधवार को तड़के होगा और इससे देश में ब्रॉडबैंड सेवाओं को बढ़ावा मिलेगा। इसरो ने बताया कि उपग्रह का प्रक्षेपण बुधवार को भारतीय समयानुसार रात दो बज कर सात मिनट पर होगा और इसके लिए उलटी गिनती भारतीय समयानुसार अपराह्न एक बज कर 14 मिनट पर शुरू हुई। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी आरियानेस्पेस का प्रक्षेपण यान आरियाने-5 उपग्रह को ले जाएगा। आरियानेस्पेस ने अपनी वेबसाइट पर कहा, ‘आरियानेस्पेस के 2018 के 10वें अभियान के लिए आरियाने 5 अब फ्रेंच गुइयाना के प्रक्षेपण क्षेत्र में है। यह दो अंतरराष्ट्रीय पेलोड - भारत के जीसैट-11 और कोरिया के लिए जीयो-कोंपसैट-2ए - के साथ प्रक्षेपण के लिए तैयार है।’
NewsNov 29, 2018, 12:07 PM IST
हायसिस का उद्देश्य पृथ्वी की सतह के साथ इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम में इंफ्रारेड और शॉर्ट वेव इंफ्रारेड फील्ड का अध्ययन करना है।
NewsNov 27, 2018, 9:44 AM IST
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि पीएसएलवी की 45वीं उड़ान श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र के प्रथम प्रक्षेपण स्थल से भरी जाएगी। इसरो ने कहा, ‘‘एचवाईएसआईएस पृथ्वी के निरीक्षण के लिए इसको विकसित किया गया है। यह पीएसएलवी-सी43 का प्राथमिक उपग्रह है।’’
NewsNov 14, 2018, 7:58 PM IST
पांचवीं पीढ़ी का प्रक्षेपण यान जीएसएलवी मार्क 3- डी2 तीन चरणों वाला रॉकेट है। इसमें लगा है क्रायोजेनिक इंजन।
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