कौशांबी की यशोदा ने कभी सोचा नहीं था कि वह आत्मनिर्भर बनेंगी लेकिन समाज ने इतने थपेड़े दिए कि यशोदा आत्मनिर्भर बन गई। जब वह पैदा हुई तो मां बाप ने उन्हें पालने को रिश्तेदार को दे दिया। प्यार हुआ तो रिश्तेदारों ने कलंक कहा, ससुराल गई तो सास ससुर ने स्वीकार नहीं किया, आज यशोदा एक लाख रुपए महीना कमा रही है।