कलाम
(Search results - 11)Motivational NewsMar 12, 2024, 11:37 PM IST
'मिसाइल वुमेन' की राह पर ये महिला साइंटिस्ट: देश को दिया 'दिव्यास्त्र', कलाम से इंस्पायर्ड, अब देश की शान
इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 यानी दिव्यास्त्र बनाने में डीआरडीओ की महिला साइंटिस्ट शीना रानी ने अहम रोल निभाया। साल 1998 में पोकरण परमाणु परीक्षण के बाद डीआरडीओ में एंट्री की और 1999 से अग्नि सीरिज प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं।
Motivational NewsOct 24, 2023, 3:47 PM IST
दो हाथ गंवाए, 2 साल बिस्तर पर रही- फिर बन गई दुनिया की बड़ी मोटिवेशनल स्पीकर
मालविका अय्यर हिम्मत और दृढ़ संकल्प का एक ऐसा उदाहरण है जिन्होंने बहुत छोटी उम्र में एक हादसे में दोनों हाथ गंवा दिए। 18 महीने बिस्तर पर रही। लेकिन प्रोस्थेटिक हाथ से एग्जाम देकर हाई स्कूल में टॉप किया। मालविका की बहादुरी का किस्सा सुनकर तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने मालविका को राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें सम्मानित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया को हैंडल करने वाले लोगों में उनका नाम चुना गया और आज मालविका दिव्यांग होकर भी दुनिया की बड़ी मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर जानी जाती हैं।
LifestyleOct 15, 2023, 12:10 PM IST
सफलता के लिए Dr APJ Abdul Kalam के 10 विचारों को फॉलो करें
APJ Abdul Kalam Birth Anniversary: भारत के 11वें राष्ट्रपति, महान वैज्ञानिक और मिज़ाइल मैन कहे जाने वाले डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की आज यानि 15 अक्टूबर को बर्थ एनिवर्सरी है। डॉ. कलाम दुनिया भर के करोड़ों छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत है। कलाम साहब छात्रों को हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते रहते थे। अपने जीवन में उन्होंने हमेशा स्कूल कॉलेज का दौरा किया और समय समय पर छात्रों से मुलाकात करते रहे ताकि उन्हें मार्गदर्शन दे सकें।
Motivational NewsJul 30, 2023, 7:35 PM IST
रेलवे ट्रैक पर 5 साल बच्ची को बचाने 9 साल के रियाज का कटा दोनों हाथ-1 पैर, कलाम ने दिया था वीरता अवार्ड
साल 2003 में 9 साल का रियाज़ एक 5 साल की बच्ची को बचाने के लिए ट्रेन की पटरी पर दौड़ पड़ा, बच्ची बच गई लेकिन 9 साल के रियाज़ के हाथ पैर कट गए। रियाज़ को देश विदेश में बुलाकर ब्रेवरी अवार्ड दिया गया लेकिन न तो दिव्यांग कोटे में कोई नौकरी दी गयी न आर्थिक सहायता मिली। आज रियाज़ एक छोटी सी गुमटी से अपना परिवार चला रहे हैं।
NewsNov 12, 2019, 9:57 AM IST
क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय शिक्षा दिवस
हर साल 11 नवंबर को भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है। यह देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती के मौके पर मनाया जाता है।
NewsJul 27, 2019, 1:24 PM IST
कलाम को सलाम: निधन से पहले मिसाइलों के दोबारा उपयोग की तकनीक का दिया था आइडिया, अब मोदी सरकार कर रही है काम
इस बात का खुलासा सतीश रेड्डी ने किया है। रेड्डी उस वक्त रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार थे। उनकी जब एपीजे अब्दुल कलाम से मुलाकात हुई तो उन्होंने रेड्डी से मिसाइलों को दोबारा उपयोग में लाने की प्रणामी पर काम करने को कहा था। उन्होंने अपनी मौत के महज एक महीने पहले इस प्रणाली पर काम करने को कहा था। रेड्डी पहली बार बतौर एक युवा वैज्ञानिक 1986 में कलाम से मिले थे।
NewsJan 25, 2019, 4:36 PM IST
भारतीय बच्चों ने कर दिया यह अनोखा कमाल
चेन्नई के छात्रों के एक समूह ने दुनिया का सबसे छोटा और सैटेलाइट तैयार किया है। इसे इसरो ने लांच भी कर दिया है। इस सैटेलाइट का नाम पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर ‘कलामसैट’ रखा गया है।
NewsDec 20, 2018, 2:18 PM IST
फैजाबाद जेल में जेल प्रशासन ने काकोरी कांड के शहीदों के साथ जिन्ना की फोटो लगाई
अंग्रेजी शासन के दौरान फैजाबाद जेल में अशफाक उल्ला खां को रखा गया था। फैजाबाद जेल में खां की याद में शहीद स्मारक बनाया गया है। कार्यक्रम के दौरान यहां पर देश की आजादी के शहीदों की फोटो लगाई गयी थी। इस कार्यक्रम में देश की आजादी के नायकों में शामिल बहादुर शाह जफर, मौलाना अब्दुल कलाम और टीपू सुल्तान की फोटो लगाई गयी थी। जबकि इन्हीं शहीदों के साथ मोहम्मद अली जिन्ना की फोटो लगाई थी
NewsOct 31, 2018, 3:31 PM IST
आखिर क्यों सरदार पटेल नहीं बन पाए प्रधानमंत्री?
आजादी के बाद देश की अधिकतर जनता सरदार वल्लभ भाई पटेल को प्रधानमंत्री बनाना चाहती थी। लेकिन बाजी हाथ लगी जवाहर लाल नेहरु के। आखिर कैसे कैसे बदला घटनाक्रम? क्या हुआ था उस समय? आईए पलटकर झांकते हैं इतिहास के पन्नों में एक बार फिर से-
NewsOct 15, 2018, 12:59 PM IST
मिसाइल मैन की जयंती, पूर्व राष्ट्रपति कलाम को पीएम और राष्ट्रपति ने दी श्रद्धांजलि
बेहद सहज और सरल व्यक्तित्व के धनी कलाम मृदुभाषी थे। उनकी अगुआई में भारत ने रक्षा के क्षेत्र में कई बड़ी उपल्ब्धिया हासिल की। उन्ही के निर्देशन मे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने सबसे घातक और मारक हथियार प्रणालियों का देश में ही विकास किया।
NewsJul 27, 2018, 1:36 PM IST
डा. कलाम...भारत की एक अनमोल धरोहर
आज गुरु पूर्णिमा है..। आज ही देश के सबसे लोकप्रिय और जनता के राष्ट्रपति कहे जाने वाले डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की तीसरी पुण्यतिथि है। वह एक वैज्ञानिक थे, लेकिन उन्हें शिक्षक की भूमिका बेहद पसंद थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन शिक्षा को समर्पित किया। वह ऐसे वैज्ञानिक थे, जिन्हें साहित्य में रुचि थी। वह कविताएं लिखते, वीणा बजाते और अध्यात्म से जुड़े रहते थे।