डाक्टरों के मुताबिक रेप पीड़िता को बचाने के काफी प्रयास किए गए। लेकिन 90 फीसद झुलसी जले होने के कारण उसके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था और उसके कमर का निचला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। डाक्टरों ने बताया कि रात में इलाज के दौरान एकाएक पीड़िता के सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया और उसकी मौत हो गई।