सिंधिया को कमलनाथ का विरोधी माना जाता है। सिंधिया इससे पहले भी राज्य की कमलनाथ सरकार को चुनाव से पहले किए गए वादों को पूरा करने के लिए कह चुके हैं। लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ से छत्तीस का आंकड़ा होने के कारण राज्य सरकार उनकी चेतावनी को तवज्जो नहीं देती है। लेकिन अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद सिंधिया की इस चेतावनी को काफी अहम माना जा रहा है।