राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के रहने वाले मुकेश मजदूरी का काम करते हैं। उनकी बेटी अश्विनी विश्नोई रेसलिंग में ही अपना करियर बनाना चाहती थी। पर पिता के लिए अपनी बेटी को रेसलिंग की प्रोफेशनल ट्रेनिंग दिला पाना मुश्किल था। कहते हैं कि यदि इच्छा शक्ति दृढ़ हो तो मुश्किलें भी आसान हो जाती हैंं।