जानकारी के मुताबिक पूर्वोत्तर के कई हिस्सों से कारोबारियों ने कोरोनावायरस के डर से चीनी सामान के ऑर्डर को रद्द करना शुरू कर दिया है और वहां के दौरे भी रद्द कर दिए हैं। सिलीगुड़ी के व्यापारी चीन और थाईलैंड से उपभोक्ता वस्तुओं का आयात करते हैं। लेकिन अब वायरस के डर से व्यापारियों ने आर्डर को रद्द करना शुरू कर दिया है।
नई दिल्ली। कोरोना वायरल का कहर अब अर्थव्यवस्था में भी देखने को मिलने लगा है। कई निजी कंपनियों ने चीन से आयात किया जाने वाला सामान रद्द कर दिया है। वहीं दुनियाभर के बाजारों में कोरोना वायरस का असर देखा जा रहा है। चीन के बाजारों में हाल खराब है और अब इसका विश्व के बाजारों में असर देखा जा रहा है। वहीं भारत के कारोबारियों ने इस वायरस के खौफ के कारण चीन से आयातित होने वाले उत्पादों को मंगाना बंद कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक पूर्वोत्तर के कई हिस्सों से कारोबारियों ने कोरोनावायरस के डर से चीनी सामान के ऑर्डर को रद्द करना शुरू कर दिया है और वहां के दौरे भी रद्द कर दिए हैं। सिलीगुड़ी के व्यापारी चीन और थाईलैंड से उपभोक्ता वस्तुओं का आयात करते हैं। लेकिन अब वायरस के डर से व्यापारियों ने आर्डर को रद्द करना शुरू कर दिया है।
वहीं कोई भी व्यापारी अब चीन की यात्रा नहीं करना चाहता है। आमतौर पर सिलीगुड़ी के व्यापारी कारोबार के सिलसिले में चीन के ग्वांगडोंग प्रांत के गुआंगझोउ और झेजियांग प्रांत यात्रा करते थे। चीन से उनको कोलकाता बंदरगाह पर समान मिलता था जो हांगकांग और सिंगापुर के जरिए यहां पर आता था और इसके बाद सड़क मार्ग से सिलीगुड़ी ले जाया जाता था।
लेकिन जब से चीन में कोरोनावायरस का कहर छाया हुआ है, तब से व्यापारियों ने चीन से माल को आयात करना बंद कर दिया है। सिलीगुड़ी को भारत के पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार माना जाता है और यहां पर चीनी सामानों की सबसे ज्यादा मांग है। यही नहीं यहां से पूर्वोत्तर के राज्यों में चीनी सामान जाता है।
चीन से जूते, क्रॉकरी आइटम, वस्त्र, छतरियां और बैग आयात किए जाते हैं। सिलीगुड़ी नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और चीन के करीब है और चीनी सामान का बड़ा बाजार है। फिलहाल चीन में कोरोना वायरस के कारण 304 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और करीब 15 हजार से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हैं।चीन की सरकार ने इस वायरस से प्रभावित वुहान प्रांत में लोगों की आवाजाही को रोक दिया है और वहां किसी को प्रवेश नहीं मिल रहा है।