राजस्थान में गुर्जर आंदोलन हुआ हिंसक, सरकार की बढ़ी मुश्किलें

Published : Feb 10, 2019, 04:28 PM IST
राजस्थान में गुर्जर आंदोलन हुआ हिंसक, सरकार की बढ़ी मुश्किलें

सार

राजस्थान में तीन दिन से चल रहे गुर्जर आरक्षण आज हिंसक हो गया। पांच फीसदी आरक्षण को लेकर गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला और उनके समर्थक लगातार तीन दिन से रेल की पटरियों पर कब्जा कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

राजस्थान में तीन दिन से चल रहे गुर्जर आरक्षण आज हिंसक हो गया। पांच फीसदी आरक्षण को लेकर गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला और उनके समर्थक लगातार तीन दिन से रेल की पटरियों पर कब्जा कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके कारण कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है और कई ट्रेनों के मार्ग बदल दिए गए हैं।

लेकिन आज तीसरे दिन आंदोलन हिंसक हो गया और धौलपुर हाईवे पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भिडंत हो गई है। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने सड़क को ब्लॉक कर दिया और वाहनों में आग लगा दी। उधर राज्य सरकार ने वार्ता के लिए टीम गठित कर बातचीत के लिए भेजी है। लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक नतीजा सामने नहीं आया है। राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के रेलवे ट्रैक पर आंदोलनकारी बैठे हुए हैं। जिसकी वजह से ट्रेनों को रद्द करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। केवल रेलवे ही नहीं सड़कें भी आंदोलन की वजह से प्रभावित हैं।

गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला और उनके समर्थक लगातार तीसरे दिन आरक्षण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आंदोलन के बीच में धौलपुर हाईवे पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भिडंत हो गई है। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने सड़क को ब्लॉक कर दिया और वाहनों में आग लगा दी। प्रदर्शनकारी गुर्जर समुदाय द्वारा चल रहे आरक्षण आंदोलन का समर्थन कर रहे थे। गुर्जर समुदाय के सदस्य राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के रेवले ट्रैक पर बैठे हुए हैं।

आंदोलन के कारण रेलवे ने राजस्थान को आने जाने वाली करीब 26 रेल गाड़ियों को रद्द कर दिया है जबकि 26 ट्रेनों के रूट बदले गये हैं। ऐसा माना रहा है कि आने वाले दिनों में ये आंदोलन और तेज हो सकता है। सवाईमाधोपुर से शुरू हुआ ये आंदोलन अब राज्य के अन्य शहरों में फैल रहा है। गुर्जरों ने सवाईमाधोपुर के मलारना और नीमोदा रेलवे स्टेशन के बीच ट्रैक जाम कर दिया है। इससे दिल्ली और मुंबई के बीच ट्रेनों की आवाजाही बंद हो गई है।

रेलवे ट्रैक रोकने की वजह से राजस्थान के अलावा दूसरे राज्यों में भी यात्रियों को परेशानियां हो रही हैं। गुर्जर आंदोलन की वजह से शनिवार को 14 से ज्यादा ट्रेनें निरस्त रहीं। करीब 20 ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाया गया। जबकि आज रेलवे ने 26 ट्रेनों को रद्द किया है और 26 के रास्तों में बदलाव किया है। आंदोलन को देखते हुए हिण्डौन-करौली मार्ग पर रोडवेज बसों का संचालन बंद कर दिया गया है। यहां गुडला गांव में गुर्जरों द्वारा जाम लगाने से रोडवेज बसें रोकी गई। करौली-हिण्डौन मार्ग पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इससे करौली होकर जाने वाली भरतपुर, अलवर, जयपुर, मथुरा और उदयपुर की बसों का रोडवेज ने संचालन बंद कर दिया है।"

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