उज्जैन. वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज हमेशा राधा रानी की सेवा में लगे रहते हैं। प्रतिदिन उनके द्वारा लोगों को प्रवचन दिए जाते हैं। इस दौरान कई भक्त ऐसे भी होते हैं, जिनके मन में ईश्वर भक्ति को लेकर या जीवन की अन्य परेशानियों को लेकर कई प्रश्न होते हैं। (Premanand Maharaj of Vrindavan) प्रेमानंद महाराज उन सभी प्रश्नों का उत्तर बड़ी ही सहजता से देते हैं। जानें भक्त द्वारा पूछे गए ऐसे ही एक रोचक प्रश्न और उसके उत्तर के बारे में…

बिना पैसों के कैसे करुं दान?
प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रहा है, जिसमें एक भक्त उनसे पूछता है कि ‘गुरुजी, मेरे मन में गरीबों की सहायता करने की प्रबल भावना है, लेकिन धन के अभाव में मैं ऐसा कर नहीं पाता। पैसा न होने की स्थिति में भी क्या गरीबों की सहायता की जा सकती है।’

गुरुजी ने कहीं ये बड़ी बात
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘किसी की सहायता करने से बड़ी बात ये है कि आपके मन में इस तरह के भाव आएं। इस तरह के भाव जिन लोगों के मन में आते हैं, उनकी तरक्की जरूर होती है। दान के लिए अधिक धन की आकांक्षा मत करो, लेकिन जो आपके पास है, उसी में से दीन-दुखियों की सहायता करने की कोशिश करो। इसका शुभ फल तुम्हें जरूर प्राप्त होगा।’

गुरुजी ने बताया ये उपाय
प्रेमानंद महाराज ने बताया कि ‘दान के लिए धन की आवश्यकता नहीं होती। यदि आप रोज 4 रोटी खाते हैं तो उसमें से एक पशु-पक्षी के लिए निकाल दीजिए तो ये भी दान की श्रेणी में आ जाएगा। अगर कोई भिझुक आपके दरवाजे पर आ जाए तो अपने स्थान पर उसे भोजन कर दीजिए, आप उस दिन उपवास कर लीजिए। इससे बड़ा कोई दान नहीं है।

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